औरंगाबादः सूर्य नगरी देव में लोक आस्था का महापर्व छठ के मौके पर चार दिवसीय छठ मेले का आयोजन होता था. लेकिन इस बार सूर्यकुंड तालाब वीरान और सुनसान है. जिला प्रशासन ने देव सूर्यकुंड में छठ व्रतियों के आने पर रोक लगा दी है.
श्रद्धालुओं की लगती थी भीड़
गौरतलब है कि कोविड-19 के कारण लाखों छठव्रतियों से खचाखच भरा रहने वाला सूर्यकुंड तालाब इस बार वीरान और सुनसान है. व्रती यहां छठ का अनुष्ठान ना कर सकें इसके लिए प्रशासन की ओर से सुरक्षा गार्डों की तैनाती की गई है.
जिला प्रशासन सूर्य नगरी देव में लोक आस्था पर्व को लेकर गृह विभाग की तरफ से जारी गाइडलाइन के तहत फैसला लिया है. बता दें कि सूर्यकुंड तालाब में औरंगाबाद के अलावा बिहार ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों से भी हजारों लोग छठ मनाने देव पहुंचते हैं.
प्रशासन की लोगों से अपील
जिला प्रशासन छोटे तालाबों के घाटों पर अर्पित किए जाने वाले अर्घ्य को लेकर व्रतियों और श्रद्धालुओं को भी कोरोना संबंधी गाइडलाइन का अनुपालन करने की अपील की है.