ETV Bharat / state

औरंगाबाद: सदर अस्पताल के 'धक्कामार' एंबुलेंस की खुली पोल, व्यवस्था पर उठे सवाल

author img

By

Published : Dec 11, 2019, 8:37 AM IST

सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र प्रताप ने बताया कि पुरानी गाड़ी और तकनीकी खराबी के कारण होने की वजह से एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो पाई है. वहीं, इसकी जिम्मेदारी जिला स्वास्थ्य समिति की है. हालांकि उन्होंने इस मामले पर संज्ञान लेने की बात कही.

condition of ambulance in aurangabad sadar hospital
औरंगाबाद सदर अस्पताल में धक्कामार एंबुलेंस

औरंगाबाद: जिले के सदर अस्पताल से धक्कामार एंबुलेंस की तस्वीर सामने आयी है. दरअसल, सड़क हादसे में घायल एक सब इंस्पेक्टर को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाना था. लेकिन एंबुलेंस के स्टार्ट नहीं होने की वजह से घायल सब इंस्पेक्टर अस्पताल नहीं पहुंच पाया और उसे सीधे पटना रेफर कर दिया गया. ऐसे में अस्पताल में पड़े खराब एंबुलेंस की पोल खुल गई.

धक्का मारकर एंबुलेंस को किया गया स्टार्ट
अस्पताल से जब घायल सब इंस्पेक्टर को लेने के लिए एंबुलेंस को स्टार्ट किया गया तो वो स्टार्ट नहीं हुई. जिस पर लोगों ने उसे थक-हारकर धक्का मारने की कोशिश की. तब जाकर एंबुलेंस किसी तरह स्टार्ट हुई. लेकिन समय पर घायल के इलाज के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की वजह से उसे सीधे पटना रेफर कर दिया गया.

औरंगाबाद सदर अस्पताल के एंबुलेंस की हालत है खराब

'होगी मामले की जांच'
मामले में जब सदर अस्पताल के प्रभारी सीएस से सवाल किया गया तो उन्होंने इसकी जांच की बात की. सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र प्रताप ने बताया कि पुरानी गाड़ी और तकनीकी खराबी के कारण होने की वजह से एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो पाई है. वहीं, इसकी जिम्मेदारी जिला स्वास्थ्य समिति की है. हालांकि उन्होंने इस मामले पर संज्ञान लेने की बात कही.

औरंगाबाद: जिले के सदर अस्पताल से धक्कामार एंबुलेंस की तस्वीर सामने आयी है. दरअसल, सड़क हादसे में घायल एक सब इंस्पेक्टर को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाना था. लेकिन एंबुलेंस के स्टार्ट नहीं होने की वजह से घायल सब इंस्पेक्टर अस्पताल नहीं पहुंच पाया और उसे सीधे पटना रेफर कर दिया गया. ऐसे में अस्पताल में पड़े खराब एंबुलेंस की पोल खुल गई.

धक्का मारकर एंबुलेंस को किया गया स्टार्ट
अस्पताल से जब घायल सब इंस्पेक्टर को लेने के लिए एंबुलेंस को स्टार्ट किया गया तो वो स्टार्ट नहीं हुई. जिस पर लोगों ने उसे थक-हारकर धक्का मारने की कोशिश की. तब जाकर एंबुलेंस किसी तरह स्टार्ट हुई. लेकिन समय पर घायल के इलाज के लिए एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की वजह से उसे सीधे पटना रेफर कर दिया गया.

औरंगाबाद सदर अस्पताल के एंबुलेंस की हालत है खराब

'होगी मामले की जांच'
मामले में जब सदर अस्पताल के प्रभारी सीएस से सवाल किया गया तो उन्होंने इसकी जांच की बात की. सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र प्रताप ने बताया कि पुरानी गाड़ी और तकनीकी खराबी के कारण होने की वजह से एंबुलेंस स्टार्ट नहीं हो पाई है. वहीं, इसकी जिम्मेदारी जिला स्वास्थ्य समिति की है. हालांकि उन्होंने इस मामले पर संज्ञान लेने की बात कही.

Intro:bh_au_04_khatara_ambulance_vis_byte_special_pkg_bh10003
एंकर:-औरंगाबाद सदर अस्पताल के धक्कामार एंबुलेंस की पोल उस वक्त खुल गई। जब सड़क हादसे में घायल एक सब इंस्पेक्टर को पटना रेफर कर दिया। इस मामले में प्रभारी सीएस जांच की बात करते हैं।
स्पेशल रिपोर्ट संतोष कुमार ईटीवी भारत औरंगाबाद


Body:V.O.2 गौरतलब है कि और अब बात औरंगाबाद सदर अस्पताल के धक्कामार एंबुलेंस की है। सदर अस्पताल के एंबुलेंस की पोल उस वक्त खुल गई जब सड़क हादसे में घायल एक सब इंस्पेक्टर को चिकित्सकों ने पटना रेफर कर दिया। एंबुलेंस को ड्राइवर ने जब स्टार्ट किया तब वह स्टार्ट नहीं हुआ। थक हार कर उस एंबुलेंस को वहां रहे लोगों ने धक्का मारा तब जाकर एंबुलेंस स्टार्ट हो सका। ऐसे में समझा जा सकता है कि जिस एंबुलेंस का इस्तेमाल किसी की जिंदगी बचाने के लिए किया जाता है, वही एंबुलेंस यदि स्टार्ट नहीं हो तो मरीज अस्पताल तक पहुंचेगा भी तो कैसे।
1.बाईट:- राजीव कुमार, चालक एंबुलेंस


Conclusion:V.O.2 औरंगाबाद सदर अस्पताल प्रभारी सिविल सर्जन डॉ महेंद्र प्रताप ने बताया कि जैसे इस मामले में प्रभारी सिविल सर्जन कहां की पुरानी गाड़ी है इसलिए स्टार्ट नहीं हो रही है। इसका जिम्मा जिला स्वास्थ्य समिति क्या है, कोई तकनीकी खराबी के कारण बाकी सभी लोग एंबुलेंस ठीक है।
1.बाईट:- डॉ महेंद्र प्रताप, प्रभारी सिविल सर्जन औरंगाबाद
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.