औरंगाबाद: सदर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो रहा है. यही कारण है कि आये दिन यहां हंगामा होता है. शहर के गांधीनगर मुहल्ला के एक कोरोना पॉजिटिव महिला मरीज को उसके परिजन लेकर अस्पताल में पहुंचे. वहां डॉक्टर ने मरीज को कोरोना सेंटर में ले जाने की सलाह दी. इसके बाद महिला का पति रंजय कुमार एम्बुलेंस के लिए सदर अस्पताल का चक्कर काटने लगा. लेकिन कोई भी एम्बुलेंस चालक जाने को तैयार नहीं हुआ. मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन के कान पर जूं तक नहीं रेंगा.
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अस्पताल में एंबुलेंस नहीं मिलता
पति ने थक हार कर डीएम को फोन किया. डीएम ने अस्पताल की सुरक्षा में तैनात मजिस्ट्रेट को फोन कर एम्बुलेंस दिलाने की बात कही लेकिन मजिस्ट्रेट को यही पता नहीं चला कि एम्बुलेंस कहां हैं और कोरोना का सेंटर कहां बनाया गया है. इसके बाद महिला के पति ने सदर अस्पताल में हंगामा कर दिया. जब उक्त महिला की स्थिति बिड़गने लगी तो निजी वाहन से अपनी पत्नी को कोरोना सेंटर में ले गया.
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अस्पताल में परिजन अक्सर करते हैं हंगामा
औरंगाबाद सदर अस्पताल में तीन दिन पहले इसी बात को लेकर सिर्फ हंगामा ही नहीं हुआ था बल्कि डॉक्टर के साथ मारपीट भी हुई थी. इसके बाद डीएम ने दो मजिस्ट्रेटों और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था.