औरंगाबादः जब से दाउदनगर में अनुमंडल अस्पताल का निर्माण हुआ है तब से दाउदनगर पीएचसी के रखरखाव से प्रबन्धन उदासीन है. जिसके चलते यहां भवन जर्जर स्थिति में पहुंच गया. भवन में डॉक्टरों के बैठने के लिए केबिन भी नहीं है. वहीं स्टाफ रूम में न होने के कारण डॉक्टरों और स्टाफ नर्स को भी आये दिन समस्या होती रहती है. सीएस डॉ अकरम अली का कहना है कि इस समस्या का जल्द ही निराकरण किया जाएगा और नए भवन का निर्माण कराया जाएगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था उद्घाटन
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दाउदनगर में दाउदनगर और ओबरा प्रखंड के 30 पंचायतों के मरीजों के इलाज का केंद्र हुआ करता था. इस स्वास्थ्य केंद्र की जर्जर बिल्डिंग के कारण स्टॉफ काम करने में असहज महसूस कर रहे हैं. दाउदनगर अनुमंडल मुख्यालय पर अनुमंडल रेसलर हॉस्पिटल के निर्माण होने के बाद से ही इस अस्पताल के प्रति प्रबंधन का उदासीन रवैया शुरू हो गया. यही कारण है कि पिछले कई बरसों से जर्जर हुए भवन के बदले में नए भवन का निर्माण नहीं कराया जा सका. 2007 में बने भवन का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया था. उद्घाटन के 3 साल बाद से पानी टपकने लगा. तब से लेकर आज तक किसी ने इसकी तरफ नही देखा.
नए सिरे से कराया जाएगा निर्माण
वहीं इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ. अकरम अली बताया कि इसका फिर से निर्माण कराया जाएगा. 2010 में जब वे यहां पदस्थ थे तभी से या भवन जर्जर स्थिति में है. यहां छत से बरसात में पानी टपकता है. पानी की टपकने के कारण वार्ड में फाइलें तक भीगकर खराब हो चुकी हैं. दीवारों में भी सीलन रहता है. डॉक्टर को रहने के लिए केबिन की व्यवस्था नहीं है. न ही वार्ड है और न ही रेस्ट रूम. स्टॉफ के लिए अलग से रूम नहीं है जिस कारण से 24 घंटे ड्यूटी वाले स्टॉफ आराम नहीं कर पाते. इसकी डिमांड लंबे समय से की जा रही है. उम्मीद है इस वित्तीय वर्ष में बिल्डिंग का काम को पूरा हो जाएगा.