औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद (Aurangabad) जिले में देवकुंड पुलिस पर ग्रामीणों का गुस्सा उस समय फूट गया जब थाने के एक एसआई ने दवा खरीद रहे एक युवक की वाहन चेकिंग के नाम पर थाने ले जाकर बर्बरता से पिटाई (Brutally Beaten) कर दी. एसपी कांतेश कुमार मिश्रा (SP Kantesh Kumar Mishra) ने इस मामले में जांच का आदेश दिया है.
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हसपुरा थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव का एक युवक दवा खरीदने देवकुंड बाजार में आया था. उसी दौरान देवकुंड थाना के एसआई तारकेश्वर तिवारी ने उसे पकड़ लिया और फाइन काटने की बात कहने लगे. युवक ने कहा कि उसकी जेब में मात्र 400 रुपये हैं. बस क्या था, युवक की इस बात पर एसआई साहब खफा हो गए. थाने में ले जाकर युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी.
पुलिस की बर्बरता को जब वहां के व्यवसायियों ने देखा तो वे आग बबूला हो गए. सभी व्यवसायियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दीं और सड़क पर उतर गए. वे सड़क पर आगजनी करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. साथ ही वे एसआई तारकेश्वर तिवारी को हटाने की मांग करने लगे. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस वाहन चेकिंग के नाम पर बाजार में खरीदारी करने आए लोगों से भी 50 से लेकर 500 तक अवैध वसूली करती है. इससे व्यवसायियों के साथ-साथ स्थानीय ग्रामीण भी परेशान हैं.
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औरंगाबाद जिले के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पूरे मामले की एसडीपीओ स्तर से जांच करायी जा रही है. अगर इस मामले में पुलिस पदाधिकारी दोषी होंगे तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी. एसडीपीओ राजेश कुमार देवकुंड थाने पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया.
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