औरंगाबाद: जिले में आकाशीय बिजली गिरने से हो रही लगातार मौत के बाद कृषि विज्ञान केंद्र ने एक एडवाइजरी जारी की है. विभिन्न बचाव के उपायों के साथ-साथ मोबाइल फोन पर दामिनी नाम के ऐप को डाउनलोड करने की सलाह भी दी है.
औरंगाबाद जिले का कोई भी प्रखंड ऐसा नहीं है, जहां ठनका गिरने से आम लोगों की मौत नहीं हुई हो. सबसे ज्यादा मौत कृषक और पशुपालक वर्ग की हो रही है, जो बधार में जानवर चराने या खेती के काम करने के उद्देश्य से रहते हैं. इस पखवाड़े में जिले में 11 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. बाहर काम करने वाले लोगों के लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने एक एडवाइजरी जारी की है. जहां उन्होंने विभिन्न उपायों के साथ-साथ दामिनी नाम की ऐप को डाउनलोड करने की सलाह दी है.
क्या है दामिनी ऐप
बिहार सरकार के उलट कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के कृषि मौसम वैज्ञानिक अनूप कुमार चौबे ने बताया कि दामिनी ऐप डाउनलोड करने के बाद किसानों को मोबाइल फोन से मैसेज मिलता रहेगा. ठनका की स्थिति में 40 मिनट पहले मैसेज मिल जाएगा. ऐसी स्थिति में लोग चाहे तो अपने घर लौट सकते हैं. अगर किसी कारण बस अपने घर नहीं लौट सके तो बिजली कड़कने की स्थिति में बिजली के तार और खंभों से दूरी बनाए रखें. मोबाइल टावर और पेड़ से भी दूर रहें. कोशिश करें कि किसी मकान के छत के नीचे शरण लें. नहीं तो खेत में दोनों पैरों को सटाकर कान बंद करके बैठ जाएं. इसके अलावा अगर वाहन से सफर कर रहे हैं तो खिड़की बंद कर लें.
इंद्रबज्र ऐप डाउनलोड करने को कहती है बिहार सरकार
बिहार सरकार इंद्रबज्र नाम का ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी है. लेकिन कृषि विज्ञान के वैज्ञानिक अनूप कुमार चौबे ने बताया कि दामिनी ऐप सबसे बेहतर है, जो मौसम सेवा केंद्र दिल्ली और आईआईटी खड़गपुर का संयुक्त उपक्रम है. बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में इन दिनों आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में काफी वृद्धि देखी गई है. जिसके कारण आए दिन कहीं ना कहीं ठनका गिरने से लोगों की मौत हो रही है. लोग कृषि विज्ञान केंद्र की एडवाइजरी का पालन करके अपना जीवन बचा सकते हैं.