औरंगाबाद: जिले में छठ पूजा के बाद सूरजकुंड में गंदगी का अंबार लग गया है. पूजा के पहले जहां प्रशासन तालाबों और नदी तटों की सफाई में जुटी हुई थी. वहीं, पूजा खत्म होने के बाद तालाबों की साफ-सफाई के प्रति प्रशासन उदासीन है. जिले में प्रधानमंत्री के स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ गई है.
कचरे का लगा अंबार
देव मेला में लगभग 15 से 20 लाख श्रद्धालु छठ पूजा करने पहुंचे थे. लेकिन प्रशासन की व्यवस्था चरमरा जाने से 2 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल भी हो गए थे. वहीं, देव सूरजकुंड में साफ-सफाई के लिए सरकार स्वच्छ भारत योजना के तहत करोड़ों रुपये खर्च करती है. लेकिन छठ पर्व के 24 घंटे बाद ही चारों ओर कचरे का अंबार लग गया है.
प्रशासन नहीं है सचेत
देव सूरजकुंड में बड़ी घटना हो जाने के बाद भी प्रशासन सचेत नहीं है. लचर व्यवस्था के कारण ना तो शहर की सफाई हो पा रही है और ना ही प्रशासन जनप्रतिनिधियों की ओर से किसी तरह मदद मिल रही है. ऐसे में शहर के तलाब और नदी कूड़े के ढेर में तब्दील हो रहे हैं. घटना के बाद से प्रशासन मीडिया से बयान देने में परहेज कर रहा है.