औरंगाबाद: जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने को लेकर डीएम सौरभ जोरवाल ने कड़ा कदम उठाया है. लंबे समय से गायब चल रहे 6 चिकित्सकों पर आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत कार्रवाई का जिलाधिकारी ने निर्देश जारी किया है. इसके अंतर्गत चिकित्सकों को 1 साल तक की जेल भी हो सकती है. वहीं दूसरी तरफ खाली पदों पर नए डॉक्टरों के पदों की बहाली के लिए भी साक्षात्कार प्रक्रिया भी जारी है.
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दिन-रात कर रहे लोगों की सेवा
जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने बताया कि कोरोना महामारी के काल में सभी चिकित्सक और नर्स के द्वारा दिन-रात एक कर लोगों की सेवा की जा रही है. ऐसे में कुछ चिकित्सक ऐसे हैं, जिनके द्वारा कर्तव्यों का अनुपालन न कर लापरवाही बरती जा रही है. ऐसे में यह निर्णय लिया गया है कि ऐसे चिकित्सकों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धाराओं के अंतर्गत अनुशासनिक कार्रवाई प्रारंभ की जाए.
चिकित्सकों की सूची तैयार
इसके लिए जिलाधिकारी को सदर अस्पताल के उपाधीक्षक ने ऐसे चिकित्सकों की सूची उपलब्ध कराई है. वहीं दूसरी ओर सोमवार को साक्षात्कार के माध्यम से नए चिकित्सकों की बहाली भी की जा रही है. ऐसे में निर्णय लिया गया है कि अपने कर्तव्य से अनुपस्थित चिकित्सकों को विधिवत नौकरी से विमुक्त करने की कार्रवाई प्रारम्भ की जाए. साथ ही उन पर धारा 56 अंतर्गत कानूनी कार्रवाई प्रारम्भ की जाये.
धारा 56 के अंतर्गत स्पष्टीकरण
उपाधीक्षक सदर अस्पताल के प्रतिवेदन के अनुसार 6 चिकित्सक बिना किसी जानकारी के सदर अस्पताल से अनुपस्थित हैं. उन्हें आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 56 के अंतर्गत स्पष्टीकरण किया जा रहा है और अग्रतर कार्रवाई प्रारंभ की जा रही है. साथ ही सिविल सर्जन से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है कि उनके द्वारा इन चिकित्सकों पर अभी तक क्या कार्रवाई की गई है, उसकी जानकारी दें.