औरंगाबाद: लोक आस्था का महापर्व छठ के तीसरे दिन विभिन्न छठ घाटों पर व्रतियों ने डूबते सूर्य की आराधना कर उन्हें दूध और जल का अर्घ्य दिया. इससे पहले छठ व्रती और श्रद्धालु डाला में पूजा की सभी सामग्री लेकर घाट पर पहुंचे. वहीं देव के सूरजकुंड में पहला अर्घ्य देने के लिए घाट पर जनसैलाब उमड़ा पड़ा है. करीब 15 लाख श्रद्धालुओं ने डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया.
सूरजकुंड पर उमड़ी है श्रद्धालुओं की भारी भीड़
अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए देव में घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी उमड़ी भीड़ उमड़ी है. जिसमें लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. जिला प्रशासन के लाख दावे के बाद भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. जिसके बाद देव मंदिर से देव सूरजकुंड जाने वाला रास्ता बिल्कुल बंद हो गया है. वहीं भारी भीड़ के सामने जिला प्रशासन की व्यवस्था चरमरा गई है. श्रद्धालु एक-दूसरे पर गिरते पड़ते सूरजकुंड में अर्घ्य देने के लिए पहुंचे हैं.
अर्घ्य देने 15 से 20 लाख श्रद्धालु पहुंचे
ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल देव में तीसरे दिन डूबते हुए सूरज को अर्घ्य देने के लिए आज देव में भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. वहीं सूरजकुंड तालाब के चारों ओर श्रद्धालुओं का संगम दिखाई दे रहा है. भारी भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने डीएम और एसपी से लोगों की सुरक्षा के लिए अपील की है. जिलाधिकारी एसपी खुद सूरजकुंड कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं को उद्घोषणा के माध्यम से दिशा निर्देश दे रहे हैं. जिलाधिकारी का कहना है कि देव सूरजकुंड में जिला प्रशासन के अनुसार लगभग 15 से 20 लाख श्रद्धालु पहुंच गए हैं. वहीं जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तमाम कोशिशें करने में लगी हुई है.