पटना/भोजपुर: विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि सरकार के खजाने पर पहला अधिकार गरीबों का होना चाहिए. उन्होने यह बातें सोमवार को भोजपुर के बड़हरा थाना क्षेत्रअंतर्गत बुबरा गांव (कुटुकपुर डेरा) में पहुंचने के बाद कही, जहां कुछ दिनों पूर्व आग लगने की घटना से कई घर जलकर राख गए थे.
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'सरकारी खजाने पर पहला हक गरीबों का': इस दौरान सहनी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें ढांढस बंधाया. उन्होंने पीड़ित परिवारों के बीच राहत साम्रगी भी बांटी. पीड़ित परिवारों को भरोसा देते हुए उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में वीआईपी पीड़ित परिजनों के साथ मजबूती से खड़ी है. पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के खजाने पर पहला अधिकार गरीबों का होना चाहिए न कि अमीरों का. उन्होंने कहा कि यहां सैकड़ों लोगों के आशियाने उजड़ गए और राहत के नाम पर मात्र नौ हजार रुपये दिए जा रहे हैं. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जिनका सबकुछ उजड़ गया हो, उसे नौ हजार रुपये में क्या हो सकता है?
''आग लगने की घटना के बाद पीड़ित परिवारों को सरकार को घर बनाकर देना चाहिए, इसके लिए सरकार को एक पॉलिसी बनानी चाहिए. अधिकांश आग लगने की घटना झोपड़ीनुमा घरों में ही होता है और उसके बाद गरीबों का सबकुछ उजड़ जाता है.''- मुकेश सहनी, वीआईपी चीफ
'पीड़ित परिवारों का घर पक्का बनाकर देना चाहिए': सहनी ने पीड़ित परिजनों से वादा किया कि अगर हमलोगों की सरकार बनती है तो आग लगने की घटना में पीड़ित परिवारों को सुविधा या मदद देने के लिए अलग पॉलिसी बनाई जाएगी, जिससे पीड़ित परिवारों को कम से कम एक पक्के का आशियाना मिल सके. सरकार और जनप्रतिनिधि का दायित्व है कि ऐसे पीड़ित परिवार के लोगों को घर बनाकर दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आग लगने के बाद जिनका घर उजड़ता है, वे गरीब ही होते हैं.