भोजपुर: जिले के बिहिया थाना क्षेत्र के बरूना गांव में दो पक्षों के बीच मारपीट मामले को सुलझाने पहुंची पुलिस और ग्रामीणों की झड़प (Clash Between Police and Villagers in Bhojpur) हो गयी. इस दौरान पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिससे एक युवक को गोली लग गयी. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया. इस भाग-दौड़ में बिहिया पुलिस के एक दारोगा की पिस्टल भी गिर गयी. लाठी-डंडे से किये गये हमले में बिहिया थानाध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद समेत पांच पुलिसकर्मी जख्मी (Five policemen injured in Bhojpur) हो गये.
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस को वहां से भागना पड़ा. वहीं गोली लगने की घटना में जख्मी बरूना गांव निवासी बिहार पुलिस के दारोगा हरेन्द्र सिंह के 20 वर्षीय पुत्र राहुल सिंह को सदर अस्पताल आरा ले जाया गया. जहां से उसे पटना रेफर कर दिया गया.
मारपीट की घटना में जख्मी 7 लोगों और पुलिस कर्मियों का बिहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज कराया गया. घटना के बाद अनुमंडल क्षेत्र के विभिन्न थानों की पुलिस समेत जिला से भारी संख्या में पुलिस बल मंगाकर गांव में छापेमारी की गयी. इस दौरान पुलिस ने आधा दर्जन महिलाओं और 9 पुरुषों को गिरफ्तार कर उन्हें थाना ले गयी. वहीं, गायब हुई पिस्टल मिल जाने के बाद हिरासत में ली गयी महिलाओं को पुलिस ने छोड़ दिया.
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जानकारी के अनुसार बरूना गांव में गली के विवाद को लेकर दो पक्षों में पूर्व से चला आ रहा विवाद हिंसक रूप ले लिया. इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले. जिसमें एक पक्ष के बरूना निवासी चन्द्रशेखर सिंह और उनकी पत्नी शोभा देवी, पुत्री नयना कुमारी एवं सीता देवी, रामपुकार सिंह, नन्दलाल सिंह एवं सोनू कुमार सिंह जख्मी हो गये. उक्त सभी का इलाज बिहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में कराया गया. घटना में गंभीर रूप से जख्मी चन्द्रशेखर सिंह को बेहतर इलाज के लिए आरा रेफर कर दिया गया. वहीं दूसरे पक्ष के भी चार लोग जख्मीं हो गये जिनका निजी इलाज जारी है.
मारपीट मामले की सूचना पाकर थानाध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद दल-बल के साथ बरूना पहुंचे. बताया जाता है कि इस दौरान पुलिस एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर जा रही थी तभी गांव का एक नशेड़ी युवक पुलिस से उलझ पड़ा और गाली-गलौज शुरू कर दी. इस दौरान युवक की पुलिस द्वारा पिटायी किये जाने से लोग उग्र हो उठे. जिससे ग्रामीण और पुलिस आपस में भिड़ गयी. कहा जा रहा है कि युवक को पुलिस की पिस्टल से गोली लग गयी. गोली लगने के बाद उग्र ग्रामीणों ने पुलिस बल को दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया. जिससे पुलिस बल को वहां से भागना पड़ा. इस दौरान दारोगा की पिस्टल भी गिर गयी. ग्रामीणों की पिटायी से जख्मी थानाध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद, दरोगा अशोक मिश्रा, दरोगा जोगिन्द्र प्रसाद यादव, हवलदार धनेश्वर पासवान व सिपाही उमेश कुमार का बिहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज कराया गया.
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पुलिस की पिटाई और पिस्टल गुम होने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल ने गांव में छापेमारी की. इस दौरान लगभग आधा दर्जन महिलाओं और अन्य 9 लोगों को उठाकर थाने ले गयी. हालांकि पिस्टल मिल जाने के बाद पुलिस ने महिलाओं को छोड़ दिया. घटना को लेकर पूरी रात गांव में अफरा-तफरी मची रही. कई लोग घर छोड़कर रात में ही फरार हो गये. जिससे गांव में सन्नाटा पसरा रहा.
वहीं, ग्रामीण पुलिस पर घटना में शामिल नहीं होने वालों की भी पिटायी करने और पकड़े जाने का आरोप लगा रहे हैं. दूसरी तरफ सोशल मिडिया पर गोली से जख्मी राहुल सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें वह थानाध्यक्ष पर गोली मारने का आरोप लगा रहा है. मामले के संबंध में जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन ने बताया कि मारपीट मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस पर हमला मामले में लगभग दो दर्जन नामजद और कई अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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