भोजपुर: भारत के आठवें और बिहार के पहले आईएसओ मान्यता प्राप्त सदर अस्पताल में कुव्यवस्थाओं का भरमार लगा हुआा है. जिले में सदर अस्पताल के वार्डों में मरीजों के रहने के साथ-साथ अवारे पशु भी से घूमते नजर आते हैं. ऐसे में मरीजों और उनके परिजनों को हमेशा कुत्ते के काटने का डर सताता रहता है.
अस्पताल प्रबंधन है बेअसर
मरीजों के परिजनों ने बताया कि अस्पताल परिसर में अवारे कुत्ते बड़ी संख्या में है, जिसपर अस्पताल प्रबंधन का कोई अंकुश नहीं है. जिसके कारण अवारे कुत्ते बड़े आराम से अस्पताल परिसर के साथ वार्डों में भी घूमते हैं. वहीं अस्पताल में कुत्तों के काटने की घटनाएं भी हो चुकी है. फिर भी अस्पताल प्रबंधन इस मामले में बेअसर है.
राम भरोसे इमरजेंसी
अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड भगवान भरोसे ही है. आलम यह है कि इमरजेंसी में स्ट्रेचर, कुर्सी, खिड़कियां सभी टूटी-फूटी है. बिजली के तारों की स्थिति जर्जर हो चुकी है. जिससे खतरे की आशंका हमेशा रहती है.
जांच पड़ताल करने के दिए गये आदेश
विगत दो महीने पूर्व अस्पताल में चिकित्सकों के मनमानीपूर्ण रवैये और अव्यवस्थाओं के खिलाफ जिला पदाधिकारी ने कार्रवाई की थी. जिसके परिणामस्वरूप चिकित्सकों ने जिलापदधिकारी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया था. वहीं सिविल सर्जन डॉ ललितेश्वर प्रसाद झा ने बताया कि इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए जाँच पड़ताल की जाएगी और व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा.