आरा: केंद्रीय ट्रेड यूनियन के 'भारत बंद' को महागठबंधन का भी साथ मिला. भोजपुर में सीपीआई (माले), आरजेडी और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने शहर के अम्बेडकर स्मारक स्थल से आक्रोश मार्च निकालकर पूरे शहर को बंद कराया. हालांकि इस वजह से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
बंदी के कारण जिले के लोग हलकान रहे, कई जगहों पर लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. खासकर बीमार लोगों को काफी तकलीफ सहनी पड़ी. यहां खटिया पर लादकर मरीज के परिजन अस्पताल ले जाते हुए दिखे.
केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोल
भारत बंद को लेकर शहर के कई बैंक बंद रहे. जबकि कई प्रतिष्ठान को भी बंद समर्थकों ने बंद करा दिया. बंद के समर्थन में उतरे भाकपा माले नेता क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि मौजूदा केन्द्र सरकार जन विरोधी है. सरकार निजीकरण के रास्ते देश को नीलाम करना चाहती है. जिसे हम सभी कार्यकर्ता कभी होने नहीं देंगे.
10 केंद्रीय ट्रेड यूनियन शामिल
इस हड़ताल में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ‘इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), सेंटर फार इंडियान ट्रेड यूनियंस (सीटू), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी), ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी), सेल्फ-एम्प्लॉइड वुमेन्स एसोसिएशन (सेवा), ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एआईसीसीटीयू), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (यूटीयूसी) शामिल हो रहे हैं. इसमें कई सार्वजनिक कंपनियों के यूनियन भी शामिल हैं.