आरा: भोजपुर जिले के कोईलवर प्रखंड स्थित मध्य विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने हरित दिवाली मनाने का संकल्प लिया. इस दौरान स्कूल के शिक्षक राजाराम ने बच्चों को पटाखे से होने वाले नुकसान के बारे में विस्तार से बताया और घरों में दीप और मोमबत्ती जलाने को कहा.
प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने का लिया संकल्प
स्कूल के शिक्षक ने छात्र-छात्रों को बताया कि दिवाली रोशनी का त्योहार है. लेकिन ध्वनि और वायु प्रदूषण से इस त्योहार के मायने अब बदल गए हैं. पटाखों से निकलने वाला जहरीला गैस पर्यावरण को दूषित कर रहा है. साथ ही आग लगने से जानमाल की क्षति भी होती है. उन्होंने छात्रों को पटाखों से होने वाले नुकासान के बारे में बच्चों को बताते हुए प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने का छात्रों को संकल्प दिलवाया.
सैकड़ों बच्चों ने लिया हरित त्योहार मानाने का संकल्प
इस अवसर पर छात्रों ने बताया कि दीपावली पर हम अपने घरों को झालरों से रोशन करते हैं जिससे बिजली की बर्बादी होती है. इसलिए इसबार दीपावली में मिट्टी के दीयों को जलाकर घरों को रौशन करेंगें. इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक लालदेव वर्मा के अलावे मोतीलाल प्रसाद, संजय कुमार, बाल संसद के पुष्पा काजल, रचना, सुमन, दीपा, सहित सैकड़ों बच्चे उपस्थित थे.
प्रदेश के सभी सरकारी स्कूल के बच्चे ले रहे संकल्प
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद राज्य सरकार पटाखा जलाने के प्रति सख्त हुई थी. जिसके बाद बिहार शिक्षा परियोजना ने सभी जिले के डीईओ को पत्र लिखकर सरकारी स्कूलों में पटाखों को लेकर जन जागरुकता चलाने का निर्देश दिया था. जारी पत्र में कहा गया था कि स्कूली बच्चों के पटाखों के जलाने की प्रथा को त्याग कर हरित एवं स्वस्थ पर्यावरणीय अनुकूल त्योहार को मनाने के लिए प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में प्रातःकालीन प्रार्थना सभा में बच्चों को पर्यावरण के लिए पटाखों को न जलाने की प्रतिज्ञा दिलायी जाए.जिससे छात्र पर्यावरण के प्रति जागरूक हो सकें.