भोजपुर: जिले में कार्यपालक सहायकों की दो दिवसीय हड़ताल की वजह से 26 सरकारी कार्यालयों में कामकाज ठप हो गया है. सहायकों के नहीं रहने से कई विभागीय कार्य कराने आए लोगों को वापस लौटना पड़ रहा है.
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प्रशासन के खिलाफ कर रहे नारेबाजी
बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के द्वारा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल आज से शुरू हो गया है. बिहार राज्य कार्यपालक सेवा संघ के नेतृत्व में कार्यपालक सहायक अपनी मांग को लेकर समाहरणालय समक्ष प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं. कार्यालय सहायकों ने बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी के द्वारा 5 फरवरी को लिए गए निर्णय वापस करना, उच्च स्तरीय समिति के सभी सहायकों को संबोधित करने और कार्यपालक सहायकों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटर करते हुए सेवा स्थाई करने समेत आठ सूत्री मांगों को लेकर अंचलाधिकारी प्रवीण कुमार पांडे को ज्ञापन भी सौंपा है.
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15 मार्च से पटना में अनिश्चिकालीन हड़ताल
स्वास्थ्य विभाग एवं पंचायती राज विभाग के द्वारा तुगलकी फरमान जारी करते हुए जिन कार्यपालक सहायकों को हटाया गया, उन्हें बगैर विलंब किए वापस करने की मांग की गई है. संघ के जिला अध्यक्ष राजेश लाल ने बताया कि 15 मार्च से पटना में अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन शुरू किया जाएगा.