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यहां मजदूर दो जून की रोटी को मोहताज, अटल पेंशन योजना हो गई फ्लॉप!

अटल पेंशन योजना मजदूरों को लेकर एक ऐसी योजना है, जो भविष्य में उनके बुढ़ापे का सहारा बन सकती है. मगर इस योजना के बारे में मजदूरों को पता ही नहीं है.

अटल पेंशन योजना
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Published : Mar 23, 2019, 8:04 AM IST

आरा: असंगठित मजदूरों की स्थिति को बेहतर करने के लिए केंद्र सरकार ने अटल पेंशन योजना की शुरुआत की. लेकिन स्थिति ये है कि ये योजना अभी भी उन मजदूरों से दूर है, जो इसके पात्र हैं. वहीं, जिले के मजदूर एपीवाई योजना से अनजान हैं.

योजना के तहत 18 वर्ष की उम्र में अटल पेंशन योजना से जुड़ा जा सकता है. इस योजना के तहत 210 रुपये प्रतिमाह निवेश करना होता है. वहीं, 60 साल के बाद योजना से जुड़े लोगों को 5 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन के रूप में मिलने लगते हैं.

जानकारी देते संवाददाता

जिले में योजना विफल
भोजपुर में इस योजना से मजदूर अभी भी अंजान हैं. योजना को धरातल पर पहुंचाने के दावे करने वाली सरकार भी योजना को लांच करके पूरी तरह भूल चुकी है. वहीं, रोजमर्रा की जिंदगी में दो जून की रोटी के लिए पिसते मजदूरों का बुढ़ापे का सहारा क्या होगा ये तो भगवान ही जाने.

status of atal pension scheme in Arrah
बेबस मजदूर

क्या है परेशानी
मजदूरों की समस्या को लेकर मजदूर संगठन सरकार के विरुद्ध आन्दोलन करते रहते हैं. मजदूरों की माने तो यह योजना या इसके अलावा किसी भी योजना की जानकारी उन्हें नहीं मिल पाती. इसलिये इनमें जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर इन्हें जागरूक करना जरूरी है.

आरा: असंगठित मजदूरों की स्थिति को बेहतर करने के लिए केंद्र सरकार ने अटल पेंशन योजना की शुरुआत की. लेकिन स्थिति ये है कि ये योजना अभी भी उन मजदूरों से दूर है, जो इसके पात्र हैं. वहीं, जिले के मजदूर एपीवाई योजना से अनजान हैं.

योजना के तहत 18 वर्ष की उम्र में अटल पेंशन योजना से जुड़ा जा सकता है. इस योजना के तहत 210 रुपये प्रतिमाह निवेश करना होता है. वहीं, 60 साल के बाद योजना से जुड़े लोगों को 5 हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन के रूप में मिलने लगते हैं.

जानकारी देते संवाददाता

जिले में योजना विफल
भोजपुर में इस योजना से मजदूर अभी भी अंजान हैं. योजना को धरातल पर पहुंचाने के दावे करने वाली सरकार भी योजना को लांच करके पूरी तरह भूल चुकी है. वहीं, रोजमर्रा की जिंदगी में दो जून की रोटी के लिए पिसते मजदूरों का बुढ़ापे का सहारा क्या होगा ये तो भगवान ही जाने.

status of atal pension scheme in Arrah
बेबस मजदूर

क्या है परेशानी
मजदूरों की समस्या को लेकर मजदूर संगठन सरकार के विरुद्ध आन्दोलन करते रहते हैं. मजदूरों की माने तो यह योजना या इसके अलावा किसी भी योजना की जानकारी उन्हें नहीं मिल पाती. इसलिये इनमें जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर इन्हें जागरूक करना जरूरी है.

Intro:असंगठित मजदूरों के स्थिति को बेहतर करने के लिए केंद्र सरकार ने अटल पेंशन योजना की शुरुआत की लेकिन स्थिति यह है यह योजना अभी भी लाभुकों से कोसों दूर है।


Body:क्या है योजना- 18 वर्ष की उम्र में अटल पेंशन योजना (APY) में जुडने की प्रक्रिया होती है।इसमें 210 रुपया प्रतिमाह निवेश करना होगा।60 की उम्र के बाद लाभुक को 5000 रुपया मासिक पेंशन प्राप्त होगा।
योजना क्यों हो रही है विफल-
भोजपुर में इस योजना से मजदूर किस्म के लोग अभी भी अंजान हैं।दरअसल मजदूर दो जून की रोटी के लिए लगातार मेहनत करते रहते हैं और इसी रोजमर्रा जिंदगी में पीसते पीसते उनकी जिंदगी जवानी से वृद्धावस्था तक पहुँच जाती है।
होते रहते हैं आंदोलन-
मजदूरों की समस्या को लेकर मजदूर संगठन सरकार के विरुद्ध आन्दोलन करते रहती है।
ये है परेशानियां-
मजदूरों की माने तो यह योजना या इसके अलावे कोई भी योजनाओं की जानकारी हमे नही मिल पाती। इसलिये इनमे जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर इन्हें जागरूक करना जरूरी है।


Conclusion:हालांकि सरकार यह दावा करती रही है कि अटल पेंशन योजना के माध्यम से देश के लाखों असंगठित मजदूरों की दिशा और दशा में परिवर्तन हुए है जबकि हकीकत इससे परे है।
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