भोजपुर: नवरात्रि को लेकर तैयारियों जोरों पर हैं. लोगों को जहां इस त्योहार का बेसब्री से इंतजार है वहीं मूर्ति कलाकार दुर्गा प्रतिमा को अंतिम रूप देने में जुटे हैं. मूर्ति बनाने वाले कलाकारों का कहना है कि इस बार सामान महंगा हो जाने के कारण मूर्ति का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है. जिससे हमलोगों के सामने व्यवसाय का संकट पैदा हो गया है.
2 हजार से 40 हजार की मूर्तियों का हो रहा निर्माण
मूर्ति बनाने वाले अरविंद कुमार और सुनील कुमार का कहना है कि मिट्टी के सांचे में मां अंबे की मूरत बनाई जाती है. बड़ी प्रतिमाओं को बनाने में चिकनी मिट्टी का प्रयोग किया जाता है. फिलहाल 2 हजार से 40 हजार तक की मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है. मुर्तिकारों का कहना है कि चिकनी मिट्टी में रूई, लकड़ी की भूसी मिलाकर प्रतिमा को तैयार किया जाता है. बाजार में इस बार सभी सामान काफी महंगे हो गए हैं, जिस वजह से हमलोगों को मूर्ति का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है. हमलोग दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा जैसे त्योहारों में प्रतिमा बनाकर साल भर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. सरकार हम गरीबों की ओर कोई ध्यान नहीं देती है.
सजाए जा रहे बड़े-बड़े पंडाल
इस बार नवरात्रि की शुरुआत 29 सितंबर को हुई. नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा घर-घर में श्रद्धा भक्ति के साथ की जाती है. मंदिर प्रबंधन ओैर झांकी समितियों की ओर से इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. शहर और अन्य आस-पास के क्षेत्रों में बड़े-बड़े पंडाल सजाए जा रहे हैं. इन पंडालों पर श्रद्धालु दिल खोल कर लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं.
नवरात्र के 9 दिन में 6 दिन विशेष योग
ज्योतिषविदों के अनुसार इस बार शारदीय नवरात्रि के 9 दिनों में 6 दिन विशेष योग बन रहे है. 2 दिन अमृत सिद्धि, 2 दिन सर्वार्थ सिद्धि और 2 दिन रवि योग बन रहे है. इस बार नवरात्रि की पूजा काफी शुभ और फलदायी होगा.
किस दिन कौन सा योग
29 सितंबर को प्रतिपदा तिथि पर कलश स्थापना, 30 सितंबर को सिद्धि योग, 1 अक्टूबर को रवि योग, 2 अक्टूबर को अमृत और सिद्धि योग, 3 अक्टूबर को सर्वार्थ सिद्धि, 4 अक्टूबर को रवि योग, 5 अक्टूबर को रवि योग, 6 अक्टूबर को सर्वसिद्धि योग रहेगा.