भोजपुर: जिले के पीरो नगर पंचायत क्षेत्र में बारिश से पहले नालों की साफ-सफाई नहीं होनें से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. यहां थोड़ी सी बारिश से भी सड़कों और गलियों में जलजमाव की परेशानी से लोगों को जूझना पड़ रहा है. तेज बारिश होने के बाद नाले का कीचड़ युक्त पानी गलियों और सड़कों पर फैल रहा है. नगर पंचायत प्रबंधन की ओर से नगर की छोटी नालियों की सफाई का कार्य शुरू किया गया. लेकिन नालियों की सफाई का कार्य धीमी गति से होने से बारिश के बाद लोगों को परेशानी हो रही है.
एनजीओ के हवाले सफाई व्यवस्था
स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि पीरो में एनजीओ के हवाले सफाई व्यवस्था है. जहां नगर पंचायत प्रबंधन नगर की साफ-सफाई पर करीब 13 लाख रुपये हर महीने खर्च करता है. लेकिन इतनी राशि खर्च होने के बावजूद नगर की पूरी आउट फाल सहित नालियों की सफाई नहीं हो पा रही है. आउट फाल की सफाई नहीं होने से नगर के भागलपुर, मिल्की, बैंक ऑफ इंडिया के पीछे मुहल्ले में सैकड़ों घर हर साल बरसात में डूब जाते हैं और यहां रहने वाले लोग बारिश के मौसम में परेशानी झेलते हैं.
अतिक्रमण की चपेट में हैं अधिकतर नाले
स्थानीय निवासियों की ओर से नाले के ऊपर अस्थाई निर्माण करने और अतिक्रमण किए जाने से सफाई प्रभावित होती है. नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या 2, 3, 9, 10, 11 और 12 व्यावसायिक स्थान है. इन वार्डों में अधिकतर नाले अतिक्रमण की चपेट में हैं. जगह-जगह दुकानदारों की ओर से नाले पर अतिक्रमण कर स्थायी या अस्थायी रूप से कब्जा कर लिया गया है. अतिक्रमण के कारण इन नालों की सफाई में हमेशा परेशानी खड़ी होती है. इन नालों की सफाई नहीं होने से बारिश के दिनों में जलजमाव एक बड़ी समस्या बन जाती है. इस बार भी अभी तक इन नालों से न तो अतिक्रमण हटाया गया है और न ही इनकी सफाई की कोशिश शुरू की गई है.
नालियों का निर्माण है प्रस्तावित
नगर क्षेत्र में जल निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त करने के के लिए कई वार्डों में करीब एक करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली नालियों का निर्माण कार्य प्रस्तावित है. इन कार्यों के लिए नगर पंचायत प्रबंधन की ओर से निविदा आमंत्रण और निविदा खोलने का कार्य भी पूरा करा लिया गया है. वहीं, कार्यपालक अधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है. क्रमानुसार नगर के सभी प्रमुख नालों की सफाई कराई जा रही है.