भोजपुरः कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर जारी लॉकडाउन में सब्जियों की कीमत आसमान छूने लगी है. हरी सब्जियों के दामों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. जिससे यह आम लोगों की थालियों से गायब होती जा रही है.
किसान हैं परेशान
लॉकडाउन के पहले लोग सब्जियों को किलो के भाव से खरीदते थे, लेकिन अब किलो की जगह पाव भर खरीदारी कर रहे हैं. सब्जियों के दाम बढ़ने के पीछे कोरोना महामारी को वजह बताया जा रहा है. सब्जी उगाने वाले किसानों की मानें तो महीनों से उन्हें सब्जियों के अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं. इस वर्ष शादी विवाह का माहौल भी नहीं रहा. जिसमें सब्जियों की अच्छी-खासी बिक्री होती थी. किसान ने बताया कि बारिश का मौसम आया तो एक बार फिर से लॉकडाउन लग गया. जिससे हमें काफी नुकसान हुआ है.
'किसी तरह चल रही दुकान'
वहीं, सब्जी विक्रेता ने बताया कि किसान देहात से बाजार नहीं पहुंच रहे हैं. बाहर के बाजार से भी कम ही सब्जी मार्केट में पहुंच रही है. ऐसे में किसी तरह सब्जी की दुकान चला रहे हैं. पहले 50 रुपए में झोला भर कर सब्जी हो जाती थी. जोकि अभी संभव नहीं है.
सब्जियों के भावः
सब्जा का नाम | पहले की कीमत | अभी की कीमत |
आलू | 28 रु/किलो | 34 रु/किलो |
परवल | 40 रु/किलो | 60 रु/किलो |
नेनुआ | 20 रु/किलो | 30 रु/किलो |
अदरक | 140 रु/किलो | 200 रु/किलो |
हरा मिर्च | 50 रु/किलो | 100 रु/किलो |
धनिया | 200 रु/किलो | 300 रु/किलो |