भोजपुरः बिहार के आरा में पुलिस टीम पर हमला (Police team attacked in Arrah) कर दिया गया. इसके बाद पुलिस ने लोगों को दौड़ दौड़ाकर पीटा. पुलिस ने घर में घुसकर महिला और पुरुष की पिटाई की, जिससे कई महिलाएं घायल हो गई है. घटना जिले के आरा सदर प्रखंड के अगरसंडा-बेहरा गांव की है. धोबहा ओपी की पुलिस अगरसंडा-बेहरा गांव में शराब की सूचना पर छापेमारी करने पहुंची थी. सूचना के मुताबिक पुलिस ने शराब के साथ कुछ लोगों को गिरफ्तार कर थाने ला रही थी, तभी लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया, जिससे पुलिस कर्मी जख्मी हो गए.
यह भी पढ़ेंः Dog Terror in Bihta : कुत्ता ने दो दर्जन से अधिक लोगों को काटा, ग्रामीणों ने घेरकर मार डाला
रविवार रात की घटनाः घटना रविवार रात करीब 8 बजे की बताई जा रही है. ग्रामीणों के हमले के बाद पुलिस वापस लौट आई. कुछ ही देर बाद बड़ी संख्या में पुलिस फिर से गांव में पहुंची और घर में घुसकर महिलाएं, युवती, बच्चे सबको पीटना शुरू कर दी. पुलिस की पिटाई से जख्मी महिलाएं सोमवार को सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंची. महिलाओं ने बताया कि पुलिस पर हमले में उनलोगों का कोई लेना देना नहीं था. फिर भी उनके साथ मारपीट की गई है. पुरुष और महिला पुलिस घर का दरवाजा तोड़ घर में घुस आए थे. बिना कुछ पूछे जो सामने आ रहा था उसको मारने लगते थे.
गांव में दहशत का माहौलः भोजपुर पुलिस की हैवानियत से गांव में दहशत का माहौल है. इस मामले में जख्मी महिलाओं का इलाज कराने पहुंचे आरा पश्चिमी क्षेत्र 23 के जिला पार्षद भीम यादव ने कहा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाया. कहा कि पुलिस अपराधियों वाला व्यवहार कर रही है. अगर शराबबंदी को लागू कराना ही है तो दोषियों पर कार्रवाई करे. पुलिस ये अपराधियों की तरह घर मे घुस कर बर्तन, चूल्हा, अलमीरा व बाइक तोड़ने का काम करती है. ऐसे निर्दोष को पीटकर कर शराबबंदी लागू कराई जायेगी क्या.?
"पुलिसकर्मियों के द्वारा ये निंदनीय काम किया गया. उनपर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. घर में घुसकर महिलाएं, पुरुष व बच्चों के साथ मारपीट की गई है, जिससे कई लोग जख्मी हो गए हैं. पुलिस अपराधियों की तरह घर में घुसकर घटना को अंजाम दिया है." -भीम यादव, जिला परिषद, आरा पश्चिमी क्षेत्र