गया/भोजपुरः देश में इन दिनों कोरोना वायरस महामारी चल रही है. लोग इस वायरस से बचाव के लिए मास्क का खूब प्रयोग कर रहे हैं. वहीं, कोरोना वायरस से बचाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से कहा मास्क नही हैं तो गमछा का प्रयोग कर सकते हैं. मोदी के कहते ही लोग सोशल मीडिया पर गमछा चैलेंज हैशटैग कर पोस्ट करने लगे. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गमछा चेलेंज को गया और भोजपुर के युवाओं ने स्वीकार कर गमछा लगाकर अपनी जरूरत के हिसाब से बाहर निकल रहे हैं.
युवा कर रहे गमछा चैलेंज एक्सेप्ट
बता दें कि पीएम ने काशी के लोगों से बात करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के लिए मास्क का प्रयोग करे और अगर मास्क नहीं है. तो गमछा का प्रयोग करें. उन्होंने कहा गमछा तो काशी की पहचान है. इसे हर तबके के लोग इस्तेमाल करते हैं. वहीं, मोदी के कहने के साथ ही मोदी समर्थक खासकर युवा लोगों ने गमछा चैलेंज को एक्सेप्ट कर गमछा के साथ सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट करने लगे.
युवा गमछा पहन कर सोशल मीडिया पर कर रहे फोटो पोस्ट
वहीं, गया शहर के बिसार तालाब से गांधी मैदान सब्जी मंडी जा रहे युवक कुमार गौरव ने कहा कि गमछा तो हमलोग की एक आदत जैसी है. हमलोग हमेशा प्रयोग करते है. जब कोरोना वायरस का महामारी आया. उस दिन से गमछा का प्रयोग कर रहे हैं. मैं प्रधानमंत्री के गमछा चैलेंज को स्वीकार करता हुं. वहीं, गया शहर के व्यवसायी सुनील कुमार ने बताया गमछा सब के लिए है. गमछा को लेकर जो बातें नरेंद्र मोदी ने कही मैं उनका समर्थन करता हूं. कोरोना वायरस के महामारी बीच मास्क का दाम दुगना तिगुना हो गया है. ऐसे में गमछा हर लोग के लिए कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव लिए कारगार है.
भोजपुर में भी लोग मास्क की जगह गमछा का कर रहे प्रयोग
वहीं, भोजपुर वासी भी मास्क के जगह गमछा पहन कर घरों से बाहर निकल रहे हैं. लोगों ने कहा कि गमछा बिहारियों की शान है. हम सब भोजपुरवासी उनकी बातों का समर्थन करते हैं और लोगों से अपील भी करते हैं कि आप भी मास्क की जगह गमछे का प्रयोग करें.
गमछा से गया का गहरा संबंध
आपको बता दे गमछा से गया का गहरा संबंध हैं. जिले के मानपुर प्रखण्ड के पटवा टोली में गमछा बनाने का काम होता है. यहां हर रोज हजारों के संख्या में गमछा बनाया जाता है. यहां के गमछा बंगाल, बनारस, बिहार के बाजारों में खूब बिकता है.