आरा: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में आयोजित इंटरनेशनल सैम्बो चैंपियनशिप में बिहार के लाल ने कमाल कर दिया है. चैंपियनशीप में श्रीलंका, नेपाल और मलेशिया के पहलवानों को हरा कर आरा के पहलवान ने पूरे देश के साथ-साथ पूरे बिहार का नाम रौशन किया है. बता दें कि आरा के पहलवान मोनू यादव को इंटरनेशनल सैम्बो चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल मिला है. देश के लिए मेडल जीतने के बाद मोनू का आरा में जोरदार स्वागत किया गया.
![मोनू का फूल-माला पहना कर किया गया स्वागत](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-11-2023/19973583_a1.jpg)
पिता सब इंस्पेक्टर के पद पर हैं कार्यरत: मोनू यादव मूल रूप से भोजपुर के शाहपुर प्रखंड के सहजौली गांव के निवासी हैं, और पकड़ी में अपने परिवार के साथ रहते हैं. मोनू के पिता संजय यादव बिहार पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं. मोनू की इस सफलता से परिवार वाले काफी खुश हैं. बताया गया कि मोनू बहुत दिनों से सैम्बो प्रतियोगिता के लिए परिश्रम कर रहे थे, जिसका परिणाम साउथ एशिया सैम्बो चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल प्राप्त कर मिला है.
दिवंगत बड़े पापा को श्रेय: सिल्वर मेडल विजेता मोनू यादव ने बताया कि वो अपने बड़े पापा का सपना पूरा कर रहे हैं. बचपन से ही उनके बड़े पापा का सपना उन्हें पहलवान बनाने का था. उनकी वजह से ही उन्होंने पहलवानी शुरू की. पहले गांव और आसपास के अखाड़ा में अभ्यास करते थे. उसके बाद गया में प्रैक्टिस करने गए. मोनू ने कई स्तर पर ट्रायल दिया जिसके बाद उनका सिलेक्शन साउथ एशियन सैम्बो चैंपियनशिप में हुआ.
![अपने पुरस्कार के साथ मोनू यादव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-11-2023/19973583_a44.jpg)
"बचपन से ही मेरे बड़े पापा मुझे पहलवान बनाना चाहते थे, उनकी वजह से ही मैंने पहलवानी शुरू की. पहले गांव और आसपास के अखाड़ा में अभ्यास करते थे. कई स्तर पर ट्रायल देने के बाद साउथ एशियन सैम्बो चैंपियनशिप में सिलेक्शन हुआ था."- मोनू यादव, सिल्वर मेडल विजेता
कई देशों के खिलाड़ियों को दी मात: साउथ एशियन सैम्बो चैंपियनशिप में श्रीलंका, मलेशिया और नेपाल के खिलाड़ी को पटखनी देते हुए मोनूू नेफाइनल मुकाबले में अपनी जगह बनाई, जहां बांग्लादेश के पहलवान के हाथों हार का सामना करना पड़ा और सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. मोनू यादव ने बताया की अगली बार गोल्ड मेडल के लिए और बेहतर तैयारी करनी है.
पढ़ें: पंक्चर बनाकर गुजर-बसर कर रहा इंटरनेशनल खिलाड़ी, बिहार सरकार दे रही सिर्फ 'भरोसा'