भोजपुर: बिहार (Bihar) के भोजपुर (Bhojpur) जिले का नाम पिछले कुछ सालों से अपराध (Crime) के मामले में प्रदेश के अन्य जिलों से आगे चल रहा है. हाल के दिनों की बात करें तो बीते जुलाई माह में ही जिले में 16 से अधिक लोगों की हत्या हो चुकी है. वहीं जनवरी से लेकर जुलाई तक भोजपुर में कुल 64 हत्या (Murder) की घटनाएं हुई हैं.
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भोजपुर जिले में इस साल भी हत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. आलम यह है कि पुलिस जब तक एक मामले की गुत्थी सुलझाती है, तब तक अपराधी दूसरी और तीसरी घटना को अंजाम दे देते हैं. पिछले आंकड़े यही बयां कर रहे हैं. बीते जुलाई महीने में हत्या की बढ़ती घटनाओं ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
ज्यादातर घटनाएं आपसी रंजिश और भूमि विवाद में घटित हुई है. अगर जुलाई माह के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो पता चलता है कि महज 31 दिनों के अंदर करीब 16 हत्या की घटनाएं हुई हैं. यानी हर 1 दिन बीच कर हत्या की घटनाएं हो रही है. एक या दो मामलों को छोड़ दें तो अधिकांश मामलों में नामजद ही प्राथमिकी दर्ज हुई है.
कुछ मामलों में तत्काल गिरफ्तारी भी हुई है. जबकि कुछ मामलों में गिरफ्तारी बाकी है. जिले के अंदर अगर अनुमंडल की बात करें तो जुलाई महीने में पीरो अनुमंडल क्षेत्र में सर्वाधिक हत्या की घटना सामने आई है. अनुमंडल क्षेत्र में 31 दिनों के अंदर 10 हत्या की घटना हुई है.
इसमें इमादपुर थाना क्षेत्र में सर्वाधिक तीन घटनाएं हैं. इसके अलावा हसन बाजार में दो, पीरो में दो, चौरी व नारायणपुर थाना में एक-एक हत्या की घटनाएं प्रमुख रही. वहीं जगदीशपुर अनुमंडल क्षेत्र के बहोरनपुर और शाहपुर में हत्या की घटनाएं हुई है. अगर आरा अनुमंडल पर नजर डालें तो टाउन, कोइलवर और चांदी थाना क्षेत्र में भी हत्या की घटनाएं हुई है.
वर्ष 2021 में महीने के अनुसार अगर हत्या की घटनाओं पर नजर डालें तो जनवरी में 07, फरवरी में 05, मार्च में 04, अप्रैल में 09, मई में 13, जून में 10 और जुलाई में 16 घटनाएं हो चुकी है.
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