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भोजपुर में जारी है अवैध बालू का खनन, बड़े हादसों को दे रहा दावत - कोइलवर

जब इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. जिला सूचना और जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद खनन पदाधिकारी लगातार छापामारी अभियान चला रहे हैं.

बालू
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Published : Oct 19, 2019, 1:34 AM IST

भोजपुर: जिले के कोइलवर में इन दिनों अवैध बालू उत्खनन का काला खेल जारी है. इसे रोकने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है. बता दें पहले रात के अंधेरे में छपरा, डोरीगंज से भारी मात्रा में नाव के द्वारा कोइलवर सोन नदी में अवैध उत्खनन होता था. वहीं, अब दिन के उजाले में भी बालू उत्खनन का कार्य किया जा रहा है. धंधिया, फरहंगपुर, टीबी सेनिटोरियम, कोइलवर में बालू उत्खनन होता आ रहा है.

अवैध तरीके से किया जा रहा बालू उत्खनन
बता दें कि कोइलवर अब्दुल बारी पुल के 1 हजार फीट उत्तर और 2 हजार फीट दक्षिण बालू उत्खनन करना मना है. इसके बावजूद अवैध तरीके से नाव से बालू उत्खनन किया जा रहा है. वहीं, सोन नदी पर बन रहे नये पुल का अस्तित्व भी खतरे में नजर आ रहा है. क्योंकि ये नाव सोन नदी में बन रहे नए पुल और पुराने पुल के पास ही बालू उत्खनन में लगे हुए हैं. वहीं, जिला प्रशासन कार्रवाई के नाम पर कुछ नावों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपा रही है. लेकिन हकीकत ये है कि इस अवैध खनन को रोकने में जिला प्रशासन असफल है.

पेश है रिपोर्ट

लगातार चलाया जा रहा छापामारी अभियान
जब इस मामले में स्थानीय बालू व्यवसायी से बात की गई तो, उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन कभी-कभी छापामारी करती है. जिसके बाद जुर्माना वसूल कर उन लोगों को छोड़ दिया जाता है. कई बार दबाव में आने पर उन्हें जेल भी भेजना पड़ता है. वहीं, व्यवसायियों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कुछ ही दिनों में छठ का त्यौहार आने वाला है. ऐसे में अवैध ढंग से सोन नदी में में हो रहे बालू उत्खनन से छठ व्रतियों को पानी का अंदाजा न मिलने से जान का खतरा हो सकता है. लेकिन इसकी किसी को फिक्र नहीं है. जब इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. जिला सूचना और जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद खनन पदाधिकारी लगातार छापामारी अभियान चला रहे हैं.

भोजपुर: जिले के कोइलवर में इन दिनों अवैध बालू उत्खनन का काला खेल जारी है. इसे रोकने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है. बता दें पहले रात के अंधेरे में छपरा, डोरीगंज से भारी मात्रा में नाव के द्वारा कोइलवर सोन नदी में अवैध उत्खनन होता था. वहीं, अब दिन के उजाले में भी बालू उत्खनन का कार्य किया जा रहा है. धंधिया, फरहंगपुर, टीबी सेनिटोरियम, कोइलवर में बालू उत्खनन होता आ रहा है.

अवैध तरीके से किया जा रहा बालू उत्खनन
बता दें कि कोइलवर अब्दुल बारी पुल के 1 हजार फीट उत्तर और 2 हजार फीट दक्षिण बालू उत्खनन करना मना है. इसके बावजूद अवैध तरीके से नाव से बालू उत्खनन किया जा रहा है. वहीं, सोन नदी पर बन रहे नये पुल का अस्तित्व भी खतरे में नजर आ रहा है. क्योंकि ये नाव सोन नदी में बन रहे नए पुल और पुराने पुल के पास ही बालू उत्खनन में लगे हुए हैं. वहीं, जिला प्रशासन कार्रवाई के नाम पर कुछ नावों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपा रही है. लेकिन हकीकत ये है कि इस अवैध खनन को रोकने में जिला प्रशासन असफल है.

पेश है रिपोर्ट

लगातार चलाया जा रहा छापामारी अभियान
जब इस मामले में स्थानीय बालू व्यवसायी से बात की गई तो, उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन कभी-कभी छापामारी करती है. जिसके बाद जुर्माना वसूल कर उन लोगों को छोड़ दिया जाता है. कई बार दबाव में आने पर उन्हें जेल भी भेजना पड़ता है. वहीं, व्यवसायियों ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कुछ ही दिनों में छठ का त्यौहार आने वाला है. ऐसे में अवैध ढंग से सोन नदी में में हो रहे बालू उत्खनन से छठ व्रतियों को पानी का अंदाजा न मिलने से जान का खतरा हो सकता है. लेकिन इसकी किसी को फिक्र नहीं है. जब इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. जिला सूचना और जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद खनन पदाधिकारी लगातार छापामारी अभियान चला रहे हैं.

Intro:सुनहरे बालू का काला खेल

भोजपुर के कोइलवर में इन दिनों सुनहरे बालू का काला खेल चल रहा है. और इसे रोकने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है. पहले रात के अंधेरे में छपरा,डोरीगंज से भारी मात्रा में नाव आकर कोइलवर सोन नदी में बेतरतीब ढंग से उत्खनन करते थे वही अब दिन के उजाले में भी लगातार सोन में बालू उत्खनन जिला प्रशासन के नाक के नीचे किया जा रहा है.





Body:धंधिया, फरहंगपुर,टीबी सेनिटोरियम,कोइलवर में बालू उत्खनन होता आ रहा है.मालूम हो कि कोइलवर अब्दुल बारी पुल के 1 हजार फीट उत्तर व 2 हजार फीट दक्षिण बालू उत्खनन करना मना है बावजूद इसके अवैध तरीके से नाव द्वारा बालू उत्खनन किया जा रहा है वही सोन नद पर बन रहे नए पुल के अस्तित्व भी खतरे में नजर आ रहा है क्योंकि ये नाव सोन नद में बन रहे नए पुल व पुराने पुल के समीप ही बालू उत्खनन में लगे हुए हैं और इसे रोकने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रही है.कभी कभी जिला प्रशासन जरूर कुछ नावों को पकड़कर अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन हकीकत ये है कि इसे रोकने में जिला प्रशासन असफल है.वही जब इस संबंध में स्थानीय बालू व्यवसाई से बात की गई उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा कभी-कभी छापामारी की जाती है और जुर्माना वसूल कर उन लोगों को छोड़ दिया जाता है तो वह कभी-कभी दबाव में आने पर उन्हें जेल भी भेजना पड़ता है अभी कुछ ही दिनों में छठ का त्यौहार आने वाला है ऐसे में बेतरतीब ढंग से सोन नदी में में हो रहा है बालू उत्खनन से छठ व्रतियों को पानी का अंदाजा न मिलने से उन्हें उनकी जान को खतरा हो सकता है पर इसकी फिक्र किसी को नहीं है. वही जब इस संबंध में जिला खनन पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वही जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश के बाद खनन पदाधिकारी लगातार छापामारी अभियान चला रहे हैं.

बाइट-बालू व्यवसाई (लाल बाबू राय)
बाइट-डीपीआरओ(प्रमोद कुमार)


Conclusion:
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