पटना: राजधानी पटना के बिहटा के अमनाबाद फायरिंग मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है. भोजपुर पुलिस ने बंद पड़े घर से भारी मात्रा में कैश बरामद किया है. जिस वक्त पुलिस ने छापेमारी की उस वक्त वहां कोई व्यक्ति नहीं था. बंद घर से पुलिस ने 19 लाख 43 हजार रुपया बरामद किया है. 25 कारतूस और सोने की दो अंगूठी भी बरामद किया गया है. दरअसल अवैध बालू खनन के लिए वर्चस्व को लेकर बिहटा के अमनाबाद में दो पक्षों के बीच हुई गोलीबारी मामले में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. अमनाबाद में पुलिस के द्वारा कांबिंग घटनास्थल पर ऑपरेशन किया गया. इस कांड में चिन्हित दोनों गुटों के सदस्यों के ठिकानों पर छापेमारी की गई. इस दौरान आरोपियों की तरफ से फायरिंग भी की (Attack On Police In Bihta) गयी.
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बिहटा में पुलिस पर हमला हुआ था : पुलिस अधीक्षक पश्चिमी पटना, सहायक पुलिस अधीक्षक दानापुर, बिहटा थाना अध्यक्ष और अन्य पुलिस बल के नेतृत्व में छापेमारी हुई. कामत राय के घर जब पुलिस छापेमारी करने गयी तो उनके दोनों बेटे प्रवीण कुमार, नवीन कुमार, चचेरे भाई गोपाल राय और उनके सहयोगियों के द्वारा पुलिस पार्टी के ऊपर फायरिंग की गई. सभी इस घटना के बाद भागने में सफल रहे. मिली जानकारी के अनुसार, राय के घर से एक देसी कट्टा, 5 जिंदा कारतूस और कुछ नगद राशि भी बरामद की गई. घर से भागने के क्रम में राय की पत्ती लक्ष्मीनिया देवी, उनके दोनों बहू विनीता देवी पति प्रवीण कुमार और मुन्नी कुमारी पति नवीन कुमार को गिरफ्तार किया गया है. इस संदर्भ में बिहठा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. इसके बाद पुलिस के द्वारा अमनाबाद क्षेत्र के अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई. जिसके पश्चात 30 पुलिस वालों के साथ दो पुलिस पदाधिकारी लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चला रहे हैं.
दो समूहों के बीच हिंसक झड़प में चार लोगों की मौत : बता दें कि पटना के बिहटा इलाके में बुधवार रात दो समूहों के बीच हिंसक झड़प में चार लोगों की मौत की खबर (Dispute for Illegal Sand Mining in Bihar) आई. पुलिस सूत्रों ने कहा है कि वे शवों को भी अपने साथ ले गए थे. बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद गांव में सोन नदी के किनारे बालू खनन को लेकर मारपीट हो गई थी. बुधवार रात करीब साढ़े 11 बजे फौजी गुट और सिपाही गुट के बीच झड़प शुरू हुई. विशेष स्थान पर बालू खनन को लेकर दोनों पक्षों में आपस में बहस हुई, जो जल्द ही हिंसक में बदल गई. उन्होंने एक दूसरे पर फायरिंग शुरू कर दी. गोलीबारी में चार लोगों की कथित तौर पर मौत हो गई. सोन नदी की बालू निर्माण कार्य में उच्च कोटि की मानी जाती है, इसलिए बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बड़ी मांग के कारण इसकी कीमत हमेशा अधिक रहती है.