भोजपुर: जिला मुख्यालय में बना ऐतिहासिक टाउन प्लस टू हाई स्कूल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. स्कूल की इमारत इतनी जर्जर हो चुकी है कि बच्चों को पढ़ते समय हमेशा सावधान रहना पड़ता है. वहीं जिला अधिकारी को कई बार इसकी शिकायत भी की गई लेकिन अभी तक इसका मरम्मत का काम शुरू नहीं किया गया.
ऐतिहासिक स्कूल हो चुका है बदहाल
सरकार भले ही स्कूलों को हाईटेक और स्कूलों में स्मार्ट क्लास चलाने का दावा करती हो, लेकिन हकीकत कुछ और ही है. दरअसल, जिला मुख्यालय का टाउन प्लस टू हाई स्कूल आज बदहाल स्थिति में है. यह स्कूल 1882 में बनाया गया था. तब से अब तक इसमें कई बड़े- बड़े हस्तियों ने शिक्षा ली है.
डर के साये में पढ़ते हैं बच्चे
पूर्व प्रधानमंत्री जगजीवन राम और पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री डॉ. राम सुभाग सिंह भी इस स्कूल में पढ़ चुके हैं. लेकिन आज इस विद्यालय के 29 कमरों में से 20 कमरे जर्जर हो चुके हैं. 1500 छात्रों की संख्या वाला यह स्कूल बच्चों के लिए खतरा बना हुआ है. यहां की दीवारें कभी भी गिर सकती हैं. बारिश के मौसम में तो हालात और भी खराब हो जाते हैं.
प्रशासन की अनदेखी का आरोप
प्रधानाध्यापक किस्मत राय ने बताया कि विद्यालय को लेकर सरकार अनदेखी कर रहा है. जिसका नतीजा यह हुआ कि स्कूल पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. उन्होंने बताया कि बार-बार जिला अधिकारी से लेकर डीईओ को इसके लिए पत्र लिखा गया है. लेकिन फिर भी आज तक विद्यालय की मरम्मत नहीं करवाई गई. वहीं दुख की बात यह है कि प्रधानमंत्री जगजीवन राम की प्रतिमा के लगाने का शिलान्यास उनकी बेटी मीरा कुमार ने 30 अगस्त 2002 को विद्यालय परिसर में किया था. लेकिन सालों बीत जाने के बाद भी जगजीवन राम की प्रतिमा विद्यालय परिसर में नही लग सकी.
जल्द शुरू होगा मरम्मती कार्य
डीईओ का कहना है कि विद्यालय इतनी जर्जर नहीं है. कुछ जरूरत है मरम्मत की जिसे अभी पूरा कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि विधायक को भी इसकी खबर मिली है जल्द ही काम शुरू किया जाएगा.