भोजपुरः प्रदेश के कई जिले बारिश के पानी से जलमग्न हैं. भोजपुर में भी बाढ़ ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर रखा है. गंगा और सोन नदी के उफान पर होने की वजह से जिले के बड़हरा प्रखंड के नेकनाम टोला, बखोरापुर, केशोपुर सहित कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. सड़कों के ऊपर से पानी आने से आवागमन बाधित है. लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है.
राहत सामग्री का बंदरबांट
स्थानीय लोगों ने कहा कि इलाके में एक महीने से बाढ़ जैसे हालात हैं. लेकिन, सरकार और प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही है. गांव में कमर तक पानी है. यहां नाव की भी समुचित व्यवस्था नहीं की गई है. ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक और प्रखंड के अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि राहत सामग्री बांटने का जिम्मा मुखिया को दिया गया है. लेकिन, सामग्री का बंदरबांट हो गया.
सरकार की है नाकामी
स्थानीय विधायक सरोज यादव ने कहा कि बड़हरा विधानसभा के 37 पंचायतों में से 33 पंचायत बाढ़ की चपेट में हैं. लेकिन, इलाके को बाढ़ प्रभावित घोषित नहीं किया गया है. जिससे राहत और बचाव कार्य ठीक तरीके से नहीं हो रहा है. उन्होंने अंचलाधिकारी पर लापरवाही का आरोप लगाया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिए हथिया नक्षत्र वाले बयान की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए अनर्गल बातें बोल रही है.