आराः भोजपुर के कई गांव में बाढ़ आने से किसानों की काफी फसलें बर्बाद हो गई हैं. जिले में लगभग 11 हजार 400 हेक्टेयर में लगी फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है, जिसके बाद किसानों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है.
सूद पर पैसे लेकर किसानों ने की थी खेती
बिहार में आई बाढ़ और जलजमाव से भोजपुर जिला भी त्रस्त है. यहां आई बाढ़ ने हजारों लोगों को बेघर कर दिया है. किसानों की हजारों हेक्टेयर में लगी फसल भी बर्बाद हो गई है. किसानों का कहना है कि सूद पर पैसे लेकर मक्के की खेती की थी. लेकिन बाढ़ ने उनकी सारी फसल और मेहनत बेकार कर दी, यहां के किसान काफी दुखी हैं.
'नहीं मिल रहा कोई मुआवजा'
किसानों का कहा कि सरकार और स्थानीय प्रशासन से हमें कोई मुआवजा नहीं मिल रहा है. जिसके बाद हम लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. यहां तक कि हमें रात का भोजन भी नसीब नहीं हो पा रहा है.
कई गांवों में था बाढ़ का कहर
मालूम हो कि पूरे बिहार में लगातार हो रही बारिश के बाद कई जिले बाढ़ की चपेट में थे, उनमें भोजपुर भी शामिल है. भोजपुर में बड़हरा शाहपुर, आरा सदर और बिहिया के कई गांव में बाढ़ का कहर किसानों पर टूट पड़ा था, जिसमें सब्जी से लेकर मक्का आदि की फसल शामिल है.
जल्द दिया जाएगा मुआवजा
जिला कृषि पदाधिकारी संजय नाथ तिवारी ने बताया कि फसल क्षति का सर्वे पूरा कर बाढ़ पीड़ित किसानों के परिवारों के खाते में 6000 रुपये सहायता राशि भेजी जानी है. कृषि विभाग के आकलन के अनुसार करीबी 11 हजार 400 हेक्टेयर में लगी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है.