भोजपुरः जिला सहित पूरे प्रदेश में शिक्षक हड़ताल पर हैं और स्कूलों में ताला बंद हैं. ऐसे में स्कूलों में बच्चों का पठन-पाठन बंद है. इस संबंध में ईटीवी भारत ने जिला शिक्षा अधिकारी कौशल किशोर से बातचीत की. बातचीत में उन्होंने कहा पठन-पाठन बाधित होने से बच्चों के भविष्य पर इसका असर पड़ रहा है. शिक्षकों को ध्यान देना चाहिए कि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो.
223 शिक्षक निलंबित, 23 एफआईआर
कौशल किशोर ने कहा की शिक्षकों ने पहले मैट्रिक परीक्षा का वीरीक्षण का कार्य बहिष्कार किया. इसके बाद 25 फरवरी से इंटरमीडिएट की मूल्यांकन का कार्य करने के बजाय शिक्षक हड़ताल पर चले गए. जिसके बाद 29 फरवरी को 223 शिक्षकों का निलंबित करते हुए 23 शिक्षकों पर आरा के नवादा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई.
17 फरवरी से हड़ताल पर हैं शिक्षक
बता दें कि नियमित सेवा शर्त और राज्य कर्मी का दर्जा की मांगों को लेकर बिहार के सभी नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले आंदोलन कर रहे शिक्षकों की हड़ताल 17 फरवरी से भोजपुर सहित पूरे प्रदेश मेंं जारी है.
जारी रहेगी हड़ताल
वहीं, हड़ताल कर रहे शिक्षकों ने कहा कि नीतीश सरकार जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं करती तब तक ये हड़ताल जारी रखेंगे. उन्होंने कहा है कि सरकार भले ही हमें गोली मार दे पर जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तब तक धरणा ऐसे ही अनवरत चलती रहेगी. बहरहाल, देखने वाली बात होगी की शिक्षको की हड़ताल कब समाप्त होती है और बच्चों की पढ़ाई फिर कब से शुरू हो पाती है.