भोजपुर: बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के अह्वान पर आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका अपनी 17 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. यूनियन के प्रखंड इकाई के सचिव ने यूनियन की एकता को देखते हुए हड़ताल को सफल बनाने की अपील की है. उन्होंने बताया कि जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरी नहीं करती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगा.
आंगनबाड़ी सेविकाओं का प्रदर्शन
यूनियन के प्रखंड इकाई सचिव ने कहा कि नीतीश सरकार ने कर्मियों को लुभाने के लिए 300 रुपये वेतन बढ़ाया है जो 2021 से लागू किया जएगा. लेकिन हमारी मांग हैे कि इसे 2020 से ही लागू किया जाए. साथ ही हमारे लंबी अवधि के सेवाकाल को देखते हुए हमें सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए. वहीं, आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका ने बिहार राज्य आंगनबाड़ी डीबीटी का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि साल 2018 में संयुक्त संघर्ष समिति के 42 दिन हड़ताल के दौरान 50 प्रतिशत मानदेय बढ़ोतरी को लागू किया जाए. साथ ही आईसीडीएस के अतिरिक्त कोई सेवा न की जाए और पिछले आंदोलन में दायर मुकदमा वापस लिया जाए. कर्मियों ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तब यह आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.
पूरा मामला
- आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं का प्रदर्शन जारी
- 17 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं सेविका
- बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति ने किया था अह्वान
- 42 दिन हड़ताल के दौरान 50 प्रतिशत मानदेय बढ़ोतरी लागू करने की मांग
- मांगों को पूरा नहीं होने पर आंदोलन जारी रखने की चेतावनी