भोजपुरः बिहार के भोजपुर अंबेडकर छात्रावास में 30 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गई. करीब एक दर्जन बच्चियों को गंभीर हालत में इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चिकित्सक की देखरेख में इलाज चल रहा है. जानकारी के मुताबिक सभी बीमार छात्राएं कल रात को छात्रावास में बने कच्चा चावल और असंतुलित खाना खाने से बीमार हुई है.
हड़ताल पर बैठी छात्राएंः घटना के बाद अंबेडकर छात्रावास में पढ़ने वाली सभी छात्राएं भूख हड़ताल पर बैठ गई है. कहना है कि जबतक छात्रावास के अंदर सही खाना बनाने का प्रबंध नहीं किया जाएगा तबतक हम लोग खाना नहीं खाएंगे. इधर, अंबेडकर छात्रावास में ढ़ाई दर्जन से ज्यादा बच्चियों के बीमार होने की खबर मिलते ही जिला प्रशासन में खलबली मच गई है.
अधपका चालव मिला थाः छात्रा ने कहा कि मंगलवार की रात छात्रावास में जीविका दीदियों के द्वारा चावल बनाया गया था, जो कच्चा था. मजबूरी में छात्रा को कच्चा चावल खाना पड़ा. इसके बाद एकएक कर सभी छात्राओं को उल्टी, दस्त और सिर में चक्कर आने लगा. जिसके बाद कई लड़कियों को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया है. कई लड़कियां अभी भी बीमार है, जो छात्रावास में ही है.
"हमलोगों ने स्कूल के प्रिंसिपल और जिला कल्याण पदाधिकारी को फोन पर जानकारी भी दी. इसके बावजूद भी खानें में कोई सुधार नहीं हुआ. करीब 25 से 30 लड़कियां खाना खाने से बीमार हो गई. 10 से 12 अस्पताल में भर्ती है. जब तक समाधान नहीं होगा हमलोग हड़ताल पर रहेंगे." -निशा कुमारी, छात्रा
चूल्हा खराब से ऐसा हुआः अंबेडकर छात्रावास की शिक्षिका विजेता कुमारी ने बताया कि कल अंबेडकर छात्रावास में खाना बनाने वाला चूल्हा खराब हो गया था. इस वजह से चावल कच्चा हो गया था. उसी चावल को खाने से छात्रावास में पढ़ने वाली बच्चियों की तबीयत हो गई है. इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है. सदर अस्पताल में डॉ कृपाशंकर चौबे इलाज कर रहे हैं.
"अस्पताल में जिन बच्चियों का इलाज चल रहा है. उल्टी-दस्त जैसा लक्षण दिखाई दे रहा है. संभवतः फूड प्वाइजनिंग जैसा मामला है. फिलहाह सभी बच्चियों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है." -कृपाशंकर चौबे, चिकित्सक सदर अस्पताल
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