भागलपुर: बिहार के भागलपुर के सुल्तानगंज प्रखंड में एक जमीन मापी करने पहुंचे अंचलाधिकारी को ग्रामीणों का आक्रोश (Villagers Protest CO for land measurement) झेलना पड़ा. दरअसल ग्रामीणों का आरोप है कि मसदी मौजा में भूदान की जमीन पर कोर्ट द्वारा स्टे लगाने के बावजूद अंचल अधिकारी ने जमीन की मापी की. इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए. मसदी मौजा में भूमिहीन ग्रामीणों को भूदान में भूमि मिली थी, जिस पर वह कई वर्षों से रहते आ रहे हैं. इस जमीन पर हाईकोर्ट के द्वारा स्टे भी लगा दिया गया. बार-बार दबंग लोग आकर जबरन भूमि हथियाने का प्रयास करते रहते थे. हाईकोर्ट के द्वारा स्टे लगने के बावजूद अंचल अधिकारी सुल्तानगंज अपने साथ दलबल लेकर पहुंचे और भूदान की जमीन को बाईजबरन नापी किया.
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भूदान में मिली जमीन की मापी के कारण हंगामाः जमीन मापी की सूचना मिलते ही सभी भूदान पर्चाधारी ग्रामीण भूमि को देखने पहुंचे. वहीं इस मामले में भूदान के पर्चाधारी किसान विजय साह और रवि शंकर मंडल ने बताया कि भूदान की जमीन 55 एकड़ 38 डीसमील जमीन है. उस जमीन में 700 पर्चाधारी किसान हैं. यह सभी पर्चाधारी किसान 1987 ई. से घर बनाकर रह रहें हैं. इस जमीन पर घोरघट के रहनेवाले चन्द्रिका यादव एवं इनके पुत्र डीएम का धौंस दिखाकर अंचल के अधिकारियों को मिलकर जबरदस्ती जमीन को कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं.
भूदान की जमीन पर लगा है स्टेः इस भूदान की जमीन पर हाईकोर्ट में 2015 ई. में मामला दर्ज होने पर हाईकोर्ट के द्वारा स्टे लगाया गया है. पूर्व में भी अंचल अधिकारी भवेश झा व अंचल अमिन अमित कुमार के द्वारा भूदान की जमीन पर नापी करने पहुंचने पर हाईकोर्ट के स्टे लगाने का कागजात देखने पर बिना नापी किये वापस चले गये थे. तब पर भी अंचल अधिकारी रवि कुमार व थानाध्यक्ष प्रिय रंजन , सरकील इस्पेक्टर रतनलाल ठाकुर, कृषि पदाधिकारी अजय मणि मजिस्ट्रेट के तौर पर उस भूदान की जमीन पर नापी करने पहुंचने पर हाईकोर्ट के स्टेटस कागजात देखने पर भूदान की जमीन को जबरदस्ती नापी की गई. इस मामले में अंचला अधिकारी रवि कुमार ने बताया कि जमीन पर अगर हाईकोर्ट का स्टे लगा हुआ है तो नापी नहीं होगी.
"जमीन पर अगर हाईकोर्ट का स्टे लगा हुआ है तो नापी नहीं होगी" - रवि कुमार, सीओ, सुल्तानगंज