भागलपुर: जिले की लाइफ लाइन विक्रमशिला सेतु पर इन दिनों बड़े वाहनों की आवाजाही काफी बढ़ गई है. जिस वजह से पुल पर रोजाना लंबा जाम लग रहा है. जाम के वजह से स्थानीय यात्री के साथ-साथ जिला प्रशासन भी हलकान है. रोजाना सफर करने वाले लोग इतने परेशान हैं कि पैदल ही कई किलोमीटर का सफर तय कर नवगछिया से भागलपुर आ रहे हैं.
जाम से पुलिस भी परेशान
जिले का यह पुल जिलावासियों के साथ-साथ सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों का सहारा है. लेकिन इन दिनों इस पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही इतनी बढ़ गई है कि लोगों का जीना दूभर हो गया है. इस बाबत स्थानीय यात्रियों का कहना है कि जाम ने आम लोगों के साथ-साथ प्रशासन की भी परेशानी बढ़ा दी है. पुल के साथ-साथ बायपास पहुंच पथ के दोनों ओर लंबा जाम लगा रहता है. जाम के कारण दुर्घटनाएं भी बढ़ गई है.
1 लाख ट्रकों की हो रही आवाजाही
बताया जा रहा है कि बेगूसराय का राजेंद्र पुल बंद होने की वजह से पुल पर इन दिनों लगभग 1 लाख ट्रकों की आवाजाही रोजाना हो रही है. जिससे पुल पर लंबा जाम लग जाता है. जाम के वजह से यात्री अपनी जान को हथेली में लेकर पुल के पैदल फुटपाथ पर बाइक चलाकर सेतु पार करते हैं. इस दौरान प्रशासन मूकदर्शक बन खड़ी रहती है.
'बड़े वाहनों से होती है स्थिती खराब'
इस मामले पर पुल पर तैनात पुलिस बल के जवानों का कहना है कि पुल पर बड़े वाहनों के खराब हो जाने के वजह से कई बार स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाती है. जिस वजह से सेतु पर जाम लगा रह जाता है. प्रशासन की ओर से जाम से निजात दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाता है.
खुलेआम पैसे की वसूली करता है प्रशासन- बूलो मंडल
इस बबात राजद के पूर्व सांसद बूलो मंडल बताते है कि नीतीश कुमार के कार्यकाल का प्रदेश में 15 साल होने को है. उन्होंने अपने कार्यकाल में एक भी पुल का निर्माण नहीं करवाया है. प्रदेश में सभी पुल राजद के कार्यकाल के बने हुए है. पुल पर लग रहे जाम के सवाल पर उन्होंने कहा कि पुल जिला प्रशासन के लिए कमाई का जरिया बन गया है. विक्रमशिला सेतु पर पुलिस खुलेआम पैसे की वसूली करते हैं.