भागलपुर: जिले के केंद्रीय विशेष कारा में बंद कैदी 32 वर्षीय रुपेश मंडल की इलाज के क्रम में भागलपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई. मिली जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह करीब 7 बजे कैदी को जेल में हालत बिगड़ने के बाद अस्पताल लाया गया था. अस्पताल पहुंचते ही उल्टी और सीने में दर्द शुरू हो गयी.
इलाज से पहले मौत
इलाज शुरू होने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया. जिसके बाद नियमानुसार कार्रवाई करते हुए मृतक कैदी के परिवार वालों को सूचना देकर बुलाया गया. कैदी बीते 5 महीनों से भागलपुर के केंद्रीय कारा में बंद था. उसके शव का कोविड-19 टेस्ट कराने का निर्देश अंचलाधिकारी ने दिया है.
5 महीने से जेल में था बंद
मृतक कैदी के चचेरे भाई मनोरंजन मंडल ने बताया कि सोमवार की सुबह जेल से फोन आया. जिसके बाद परिवार के कुछ लोगों को लेकर अस्पताल पहुंचे. लेकिन कैदी की मौत हो चुकी थी. उन्होंने कहा कि बीते 5 महीने से वो जेल में बंद था. जेल जाने से पहले वह किसान-मजदूरी का काम करता था.
क्या कहते हैं अधिकारी
अंचल अधिकारी सोनू भगत ने कहा कि एक महिला को सुलतानगंज थाना क्षेत्र में डायन बताकर जिंदा जलाकर मारने के मामले में बीते 5 महीने से रुपेश मंडल जेल में बंद था. मामला विचाराधीन था. सोमवार की सुबह उसे हालत बिगड़ने पर जेल से जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लाया गया था.
इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो गई. अंचल अधिकारी ने बताया कि लक्षण के हिसाब से मृतक कैदी का ब्लड सैंपल लेकर कोविड-19 जांच कराने का निर्देश दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.