ETV Bharat / state

खंडहर स्कूल में भविष्य गढ़ रहे भागलपुर के नौनिहाल, कभी भी हो सकता है हादसा - Primary school running in ruins building

भागलपुर में एक सरकारी स्कूल खंडहर हो चुके भवन में चल रहा (Primary school running in ruins building) है. यहां हर समय बड़ा हादसा होने का डर बना रहता है. बावजूद इसके क्लास रोजाना चलती है. पढ़ें पूरी खबर.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Nov 18, 2022, 12:46 PM IST

Updated : Nov 18, 2022, 2:14 PM IST

भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिला के नारायणपुर प्रखंड के अंतर्गत नवोदय विद्यालय के नजदीक राजकीय बुनियादी अभ्यास विद्यालय के जर्जर भवन में प्राथमिक विद्यालय को टैग कर पढ़ाई की जाती है (school running in ruins building in Bhagalpur). नीचे में बरामदे पर बैठकर नन्हे मुन्ने बच्चे पढ़ाई करते हैं. छत का खपरैल उड़ा हुआ है. यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

ये भी पढ़ें- जिस जर्जर भवन में शिक्षा विभाग ने चार साल पहले किया था रिजेक्ट, उसी भवन में चल रहा आंगनवाड़ी केंद्र

खंडहर भवन में चल रहा स्कूल: विद्यालय में छात्रों को आने-जाने के लिए सड़क मार्ग की सुविधा नहीं है. जंगल और खेतों की पगडंडियों पर चलकर नन्हे-मुन्ने अपना भविष्य संवारने विद्यालय आते हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा व्यवस्था पर अच्छी पहल कर रहे हैं. जहां विद्यालय नहीं है, वहां व्यवस्था की जा रही है. जहां जर्जर भवन है, वहां पर भवन निर्माण कर अच्छे स्कूल बनाए जा रहे हैं. लेकिन इस विद्यालय के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है.

कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा: पास में ही जवाहर नवोदय विद्यालय है, जहां पर बच्चों के लिए बहुत अच्छी सुविधा की व्यवस्था की गई है. लेकिन इस विद्यालय में खंडहर हो चुके जर्जर मकान के बरामद पर बैठकर बच्चे अपना भविष्य संवारने में जुटे हुए हैं. यहां बच्चों के साथ कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. विद्यालय में शिक्षिका बताती है कि वर्ष 2013 से इसी जर्जर भवन में बच्चों की पढ़ाई हो रही है.

ये भी पढ़ें- पंचायत चुनाव के लिए बदला जा रहा है जर्जर भवन, 3 मतदान केंद्रों का होगा परिवर्तन

भागलपुर: बिहार के भागलपुर जिला के नारायणपुर प्रखंड के अंतर्गत नवोदय विद्यालय के नजदीक राजकीय बुनियादी अभ्यास विद्यालय के जर्जर भवन में प्राथमिक विद्यालय को टैग कर पढ़ाई की जाती है (school running in ruins building in Bhagalpur). नीचे में बरामदे पर बैठकर नन्हे मुन्ने बच्चे पढ़ाई करते हैं. छत का खपरैल उड़ा हुआ है. यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है.

ये भी पढ़ें- जिस जर्जर भवन में शिक्षा विभाग ने चार साल पहले किया था रिजेक्ट, उसी भवन में चल रहा आंगनवाड़ी केंद्र

खंडहर भवन में चल रहा स्कूल: विद्यालय में छात्रों को आने-जाने के लिए सड़क मार्ग की सुविधा नहीं है. जंगल और खेतों की पगडंडियों पर चलकर नन्हे-मुन्ने अपना भविष्य संवारने विद्यालय आते हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा व्यवस्था पर अच्छी पहल कर रहे हैं. जहां विद्यालय नहीं है, वहां व्यवस्था की जा रही है. जहां जर्जर भवन है, वहां पर भवन निर्माण कर अच्छे स्कूल बनाए जा रहे हैं. लेकिन इस विद्यालय के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है.

कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा: पास में ही जवाहर नवोदय विद्यालय है, जहां पर बच्चों के लिए बहुत अच्छी सुविधा की व्यवस्था की गई है. लेकिन इस विद्यालय में खंडहर हो चुके जर्जर मकान के बरामद पर बैठकर बच्चे अपना भविष्य संवारने में जुटे हुए हैं. यहां बच्चों के साथ कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. विद्यालय में शिक्षिका बताती है कि वर्ष 2013 से इसी जर्जर भवन में बच्चों की पढ़ाई हो रही है.

ये भी पढ़ें- पंचायत चुनाव के लिए बदला जा रहा है जर्जर भवन, 3 मतदान केंद्रों का होगा परिवर्तन

Last Updated : Nov 18, 2022, 2:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.