भागलपुरः जोगसर थाना क्षेत्र में एक घटना में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इस बात की जानकारी एसएसपी आशीष भारती ने दी. मामले की जांच के लिए डीआईजी के निर्देश पर सीनियर एसपी ने सिटी एसपी के नेतृत्व में एक टीम बनाई और घटना की जांच के लिए श्रीराम अपार्टमेंट भेजा.
अपहरण में दोषी पाए गए पुलिसअधिकारी
श्रीराम अपार्टमेंट में अपहरण हुए व्यक्ति को छुड़ाने गई पुलिस पर हुए फायरिंग के मामले को भागलपुर रेंज के डीआईजी विकास वैभव ने गंभीरता से लिया है. जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. साथ ही वहां रहने वाले छात्र-छात्राओं सहित अपार्टमेंट के मालिक से पूछताछ की गई. पूरी फुटेज देखने के बाद सिटी एसपी दंग रह गए. फुटेज देखने से साफ प्रतीत हो रहा था कि पुलिस द्वारा नाटकीय ढंग से कार्रवाई की गई.
मामले में पुलिस की थी मिलीभगत
अपार्टमेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में घटना के 1 दिन पूर्व रविवार को जोगसर थाने की पुलिस के साथ एसआई शिव शंकर दुबे व अन्य जवान को मामले के मुख्य अभियुक्त के साथ अपार्टमेंट में देखा गया. पुलिसकर्मी मुख्य अभियुक्त के साथ 20 मिनट के बाद बाहर निकले थे. उसके बाद बाहर अभियुक्त के साथ कुछ बातचीत करने के बाद पुलिस चली गई.
एसआई और दो एएसआई निलंबित
फुटेज से यह स्पष्ट हो गया कि जोगसर पुलिस पदाधिकारी को पूरे मामले की जानकारी पहले से थी. घटनास्थल से सिटी एसपी सीधे जोगसर थाना पहुंचे, जहां अपहर्ता को हथकड़ी लगाकर रखा गया था. इस मामले की पूरी जांच करने के बाद रिपोर्ट सीनियर एसपी आशीष भारती को सौंपी गई. आशीष भारती ने मामले में दोषी पाते हुए तीन पुलिसकर्मी जोगसर के प्रभारी थाना अध्यक्ष एसआई बबलू पंडित, एसआई शिव शंकर दुबे और एएसआई दिलीप सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.