भागलपुरः जगदीशपुर थाना के बाईपास टीओपी क्षेत्र के रिक्शाडीह गांव में पुलिस पर जिंदा व्यक्ति को दफनाने का आरोप लगा है. प्रत्यक्षदर्शी सुनील कुमार की निशानदेही के आधार पर बहियार के घेरमा नहर में जेसीबी से खुदाई करने पर मृतक का शव बरामद हुआ है. हांलाकि पुलिस ने जिंदा दफनाने के आरोपों का खंडन किया है.
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क्या है पूरा मामला?
घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शी सुनील कुमार ने कैमरे के सामने आए बिना बताया कि एक व्यक्ति मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे फ्लाईओवर के सड़क किनारे अचेत अवस्था में पड़ा था. जिसे उसी रात करीब 11 बजे के बाद पुलिस ने जेसीबी से उठाकर उक्त नहर में दफना दिया. प्रत्यक्षदर्शी के अनुसार दफनाने के समय वह व्यक्ति जिंदा था. इसके बाद उसने मीडिया और फिर थाने में जाकर इसकी जानकारी दी. लेकिन थानाध्यक्ष ने ऐसी कोई भी बात होने से इनकार कर दिया. फिर सुनील ने खुद घटनास्थल की खुदाई करना शुरू कर दी.
डीएम को दी जानकारी
घटनास्थल की खुदाई कर पाने में जब सुनील असफल रहा तो डीएम से इसकी शिकायत की. जिसके बाद जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए जगदीशपुर प्रखंड कल्याण पदाधिकारी को मामले की जांच के लिए मजिस्ट्रेट नियुक्त किया. मजिस्ट्रेट, सिटी एएसपी पूरण कुमार झा और ट्रेनी डीएसपी बिपिन बिहारी की मौजूदगी में मौके पर जेसीबी से खुदाई करने पर घटनास्थल से शव बरामद किया गया है.
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थानाध्यक्ष पर धमकाने का आरोप
प्रशिक्षु डीएसपी बिपिन बिहारी ने बताया कि सूचना के आधार पर खुदाई करवाने पर घटनास्थल से शव बरामद हुआ है. इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वहीं पुलिस पर लगे आरोपों को उन्होंने सिरे से खारिज कर दिया गया है. इधर प्रत्यक्षदर्शी सुनील ने कैमरे पर आए बिना बताया कि इस मामले को लेकर मुखिया अजय राय और थाना अध्यक्ष द्वारा धमकी दिया जा रहा है. साथ ही झूठा केस में फंसाने का भी डर दिखाया जा रहा है. उसने बताया कि व्यक्ति को दफनाते हुए और लोगों ने भी देखा है, लेकिन डर के कारण कोई कुछ नहीं बोल रहा है.