ETV Bharat / state

भागलपुर में लगातार हो रही है जानवरों की मौत, पशुपालन विभाग कर रहा जांच

इन दिनों पूरे विश्व में कोरोना वायरस ने आतंक मचा रखा है. वहीं, जिले के मायागंज इलाके के कोइरीटोला के आसपास लगातर सूअरों की मौत हो रही है. सूअरों की मौत से शहर के लोग भयभीत हैं. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग पर जांच के नाम पर खानापूर्ती करने का आरोप लगाया.

भागलपुर में लगातार हो रही सूअरों और कुत्तों की मौत
भागलपुर में लगातार हो रही सूअरों और कुत्तों की मौत
author img

By

Published : Mar 28, 2020, 10:20 PM IST

Updated : Mar 28, 2020, 10:45 PM IST

भागलपुर: कोरोना के दहशत के बीच जिले में सूअर और अन्य जानवरों की मौत का सिलसिला जारी है. शनिवार को वार्ड नंबर 41 में फिर से तीन सूअर और एक कुत्ते की मौत हुई. बताया जा रहा है कि वार्ड में अब तक 300 से अधिक सूअर और 50 से अधिक कुत्ते की मौत हो चुकी है. हालांकि, जानवरों की लगातार हो रही मौत के बाद पशुपालन विभाग की टीम वार्ड में पहुंची और स्थानीय पार्षद की मदद से इलाके का जायजा लेकर फिर से वापस चली गई.

पिछले 15 दिनों से हो रही सूअरों की मौत
बताया जा रहा है कि जिले के विभिन्न जगहों पर पिछले 15 दिनों ले सूअरों और कुत्तें की मौत का सिलसिला लगातार जारी है. पशुपालन विभाग की माने तो सूअरों की मौत का कारण स्वाइन फीवर है. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में और लगातार हो रहे मौत के कारण कई सवाल खुद उठ रहे हैं. इस मामले पर स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को बीमार सूअरों को पकड़कर डिटेंशन सेंटर में रखना चाहिए. वहां पर जांच कर बीमार सूअरों का इलाज करना चाहिए. इस मामले पर विभाग जांच के नाम पर कार्रवाई करने तो आती है. लेकिन फिर से टीम कोई पहल नहीं करती है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

इलाके के लोगों का मुख्य पेशा सूअर पालन
गौरतलब है कि मायागंज इलाके के कोइरीटोला और आसपास के मोहल्ले के लोगों का मुख्य पेशा सूअर पालन है. इलाके के लोगों की जीविका सूअरों के सहारे ही चलता है. सूअर पालकों का कहना है कि कर्ज लेकर सूअर पालन शुरू किया था. जितने भी सूअर थे सभी की मौत हो चुकी है. सूअरों की मौत ने हमारे जीविका पर संकट ला दिया है. बता दें कि इलाके में पिछले 1 सप्ताह में लगभग 300 से अधिक सूअरों की मौत हो चुकी है. भागलपुर के अलग-अलग इलाकों में ये मौते हो रही है. इस वजह से इलाके के लोगों में भय का माहौल पनपता जा रहा है. वहीं, इस मामले पर निगम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रावाई नहीं कर रही है. जिस वजह से इलाके के लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है.

'जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति'
इस मामले पर स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में प्रतिदिन 10 सूअरों की मौत हो रही है. सभी मृत सूअरों को इसी इलाके में दफनाया जा रहा है. इस वजह से आस-पास के लोग काफी डरे हुए हैं. लगातार हो रही सूअरों की मौत के बारे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई. कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पहुंची थी. वे लोग कुछ सैंपल लेकर वापस चले गए. विभाग जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रही है.

कोरोना के दहशत के बीच सूअरों की मौत
गौरतलब है कि इन दिनों पूरे विश्व में कोरोना वायरस ने आतंक मचा रखा है. इस वायरस के खौफ ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. वहीं, जिले के मायागंज इलाके के कोइरीटोला के आसपास लगातर सूअरों की मौत हो रही है. सूअरों की मौत से शहर के लोग भयभीत हैं. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि सूअरों की हो रही लगातार मौत को लेकर जिला प्रशासन किसी तरह की कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं कर रही है.

भागलपुर: कोरोना के दहशत के बीच जिले में सूअर और अन्य जानवरों की मौत का सिलसिला जारी है. शनिवार को वार्ड नंबर 41 में फिर से तीन सूअर और एक कुत्ते की मौत हुई. बताया जा रहा है कि वार्ड में अब तक 300 से अधिक सूअर और 50 से अधिक कुत्ते की मौत हो चुकी है. हालांकि, जानवरों की लगातार हो रही मौत के बाद पशुपालन विभाग की टीम वार्ड में पहुंची और स्थानीय पार्षद की मदद से इलाके का जायजा लेकर फिर से वापस चली गई.

पिछले 15 दिनों से हो रही सूअरों की मौत
बताया जा रहा है कि जिले के विभिन्न जगहों पर पिछले 15 दिनों ले सूअरों और कुत्तें की मौत का सिलसिला लगातार जारी है. पशुपालन विभाग की माने तो सूअरों की मौत का कारण स्वाइन फीवर है. लेकिन इतनी बड़ी संख्या में और लगातार हो रहे मौत के कारण कई सवाल खुद उठ रहे हैं. इस मामले पर स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को बीमार सूअरों को पकड़कर डिटेंशन सेंटर में रखना चाहिए. वहां पर जांच कर बीमार सूअरों का इलाज करना चाहिए. इस मामले पर विभाग जांच के नाम पर कार्रवाई करने तो आती है. लेकिन फिर से टीम कोई पहल नहीं करती है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

इलाके के लोगों का मुख्य पेशा सूअर पालन
गौरतलब है कि मायागंज इलाके के कोइरीटोला और आसपास के मोहल्ले के लोगों का मुख्य पेशा सूअर पालन है. इलाके के लोगों की जीविका सूअरों के सहारे ही चलता है. सूअर पालकों का कहना है कि कर्ज लेकर सूअर पालन शुरू किया था. जितने भी सूअर थे सभी की मौत हो चुकी है. सूअरों की मौत ने हमारे जीविका पर संकट ला दिया है. बता दें कि इलाके में पिछले 1 सप्ताह में लगभग 300 से अधिक सूअरों की मौत हो चुकी है. भागलपुर के अलग-अलग इलाकों में ये मौते हो रही है. इस वजह से इलाके के लोगों में भय का माहौल पनपता जा रहा है. वहीं, इस मामले पर निगम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग कोई कार्रावाई नहीं कर रही है. जिस वजह से इलाके के लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ रहा है.

'जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति'
इस मामले पर स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में प्रतिदिन 10 सूअरों की मौत हो रही है. सभी मृत सूअरों को इसी इलाके में दफनाया जा रहा है. इस वजह से आस-पास के लोग काफी डरे हुए हैं. लगातार हो रही सूअरों की मौत के बारे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई. कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम यहां पहुंची थी. वे लोग कुछ सैंपल लेकर वापस चले गए. विभाग जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रही है.

कोरोना के दहशत के बीच सूअरों की मौत
गौरतलब है कि इन दिनों पूरे विश्व में कोरोना वायरस ने आतंक मचा रखा है. इस वायरस के खौफ ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है. वहीं, जिले के मायागंज इलाके के कोइरीटोला के आसपास लगातर सूअरों की मौत हो रही है. सूअरों की मौत से शहर के लोग भयभीत हैं. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन, नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि सूअरों की हो रही लगातार मौत को लेकर जिला प्रशासन किसी तरह की कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं कर रही है.

Last Updated : Mar 28, 2020, 10:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.