भागलपुरः सूबे के सरकारी अस्पतालों से लापरवाही के मामले अक्सर मिलते रहे हैं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भी मरीज के परिजनों ने तब हंगामा करना शुरू कर दिया, जब मरीज की तबियत अचानक बिगड़ने लगी और कोई भी मेडिकल स्टाफ बार-बार बुलाने पर भी मरीज को देखने नहीं आया. आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए तोड़फोड़ की.
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आईसीयू वार्ड में की तोड़फोड़
दरअसल, अस्पताल के आईसीयू वार्ड में बृजेश महाराज भर्ती थे. फिर अचानक उनकी तबियत बिगड़ने लगी. परिजनों ने बताया कि मरीज को ऑक्सीजन लेने में समस्या हो रही थी. इस दौरान मरीज के पास कोई भी मेडिकल स्टाफ नहीं था. आनन-फानन में परिजन डॉक्टर और नर्स के पास मदद के लिए पहुंचे, लेकिन उन्होंने डांटकर उन्हें भगा दिया. इसके बाद ही परिजनों ने आक्रोशित होकर आईसीयू वार्ड के मेन गेट में लगे शीशे को तोड़ दिया. वार्ड में करीब 40 मिनट तक हंगामा होता रहा.
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मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी मिलने के बाद बरारी थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया. वहीं परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए डॉक्टरों और कर्मचारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाया है. वहीं अस्पताल में हुए तोड़फोड़ के कारण अन्य मरीजों को भी काफी परेशानी हुई.
बता दें कि सनहौला महेशपुर के रहने वाले बृजेश महाराज को 7 अप्रैल को कोविड पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं फिर ठीक होने के बाद अस्पताल से उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था. लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर से बीमार पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसी दौरान परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया.