भागलपुर: कोई भी आपदा बच्चों को सीखने-सिखाने की प्रक्रिया से नहीं रोक सकती. कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन में भागलपुर के कंपनीबाग स्थित किलकारी बिहार बाल भवन ने ऑनलाइन समर कैंप के माध्यम से केंद्र से जुड़े बच्चे को न केवल तरोताजा रखा है. बल्कि उनके साथ ही उनके अभिभावकों को भी इससे जोड़ा है. वहीं अभिभावकों ने भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है.
ऑनलाइन शिविर का आयोजन
लॉकडाउन के कारण घर में बच्चे स्कूली कार्य से बोर ना हो जाए, इसलिए रचनात्मक गतिविधियों से जोड़ते हुए समर कैंप के तहत बच्चों को डांस म्यूजिक, पेंटिंग, आर्ट, मिट्टी के खिलौने और क्राफ्ट बनाने के तरीके से अवगत कराया जा रहा है. जिससे नवोदित कलाकारों का हौसला बढ़ेगा और कला के प्रति उसमें रुझान भी पैदा होगा. ऑनलाइन शिविर के आयोजन का मकसद 16 वर्ष तक के बच्चों के बीच एक स्वस्थ जीवनशैली को विकसित करना और मनोरंजन करना है. शिविर में भाग लेने वाले बच्चों को उनके अभिभावकों को व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से वीडियो भेजा जा रहा है.
बच्चों को किया जा रहा प्रशिक्षित
प्रत्येक दिन कार्यक्रम में अलग-अलग विधा के विशेषज्ञ की ओर से बच्चों को प्रशिक्षित किया जा रहा है. उनकी प्रतिभा को निखारा जा रहा है. किलकारी बिहार भवन भागलपुर के सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी गीता कुमारी ने बताया कि कोविड-19 के कारण सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना था.
ऐसे में किलकारी बिहार बल भवन भागलपुर की ओर से ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से बच्चों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसमें बच्चे घर में बैठे ही व्हाट्सएप, यूट्यूब और अन्य संसाधनों से ऑनलाइन क्लास के माध्यम से गतिविधियों का आनंद ले रहे हैं.
प्रतिदिन कुछ नया सीख रहे बच्चे
गीता कुमारी ने बताया कि ऑनलाइन क्लास के माध्यम से डांस, म्यूजिक, आर्ट, क्राफ्ट, ड्रामा और कराटे आदि सिखाने के लिए अलग-अलग प्रशिक्षकों की ओर से प्रशिक्षण दिया जा रहा है. वर्तमान में 200 से अधिक बच्चे ऑनलाइन क्लास के माध्यम से नई-नई तकनीक सीख रहे हैं. किलकारी में हो रहे ऑनलाइन समर कैंप में बच्चे हर रोज कुछ नया सीख रहे हैं. साथ ही खूब मस्ती भी कर रहे हैं.
समर कैंप के दूसरे दिन बच्चों ने पपेट मेकिंग, फ्री स्टाइल डांस और पेंटिंग के कई सारे गुण सीखे. पपेट मेकिंग के लिए बच्चों ने सीमित संसाधन और जुगाड़ दिमाग से कागज के कई सुंदर पेंटिंग, खिलौने और फेस कवर बनाना सीखा. बता दें ऑनलाइन समर कैंप 8 जून से 22 जून तक रहेगा.