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भागलपुर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन, सुलझाए गए हजारों केस - जज और एडीजे विनोद कुमार तिवारी

इस दौरान राष्ट्रीय लोक अदालत में बैंक लोन, घरेलू विवाद, बिल भुगतान आदि मामलों को लेकर लोगों ने राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलझाने पहुंचे थे. इस दौरान कई लोगों के केस का निष्पादन किया गया. बता दें कि विवादों के निबटारा होने के बाद दुबारा अपील नहीं की जा सकती है.

राष्ट्रीय लोक अदालत
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Published : Sep 15, 2019, 1:07 PM IST

भागलपुर: जिले में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. जिसमें हजारों की संख्या में लोग अपने विवाद को सुलझाने पहुंचे. इस दौरान कई लोगों के विवादों को सुलझाया गया. जिससे लोगों ने काफी राहत की सांस ली.

कर्जदार को मिली राहत
इस दौरान लोक अदालत में बैंक लोन, घरेलू विवाद, बिल भुगतान आदि मामलों को लेकर लोगों ने राष्ट्रीय लोक अदालत में मामला सुलझाने पहुंचे थे. कई लोगों के केस का निष्पादन किया गया. विवादों के निबटारा होने के बाद इसमें दुबारा अपील करने की सुविधा नहीं है. लोक अदालत में स्थानीय निवासी बैंक लोन का मामला लेकर पहुंचे. जिसका निष्पादन किया गया. इससे कर्जदार को काफी राहत मिली. कर्जदार का 50% कर्ज माफ कर दिया गया.

भागलपुर से ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

दस हजार से अधिक लोग पहुंचे
इस संबंध में जज और एडीजे विनोद कुमार तिवारी ने बताया कि इस लोक अदालत की पहल काफी अच्छी है. 10 हजार से अधिक लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे. सबसे ज्यादा टेलीफोन विभाग के लंबित बिल भुगतान और पारिवारिक विवाद का केस आया. उन्होंने कहा कि इसमें दोनों पक्षकारों को बिठाकर मामले को सुलझाया गया. भागलपुर में इस साल तीसरी बार लोक अदालत का आयोजन किया गया.

bhagalpur
एडीजे विनोद कुमार तिवारी

जजों की संख्या से ज्यादा पेंडिंग केस
बता दें कि देश में जजों की संख्या से ज्यादा पेंडिंग केसेज हैं. जिसको लेकर न्यायालय की ओर से रविवार को लोक अदालत का आयोजन किया गया. ध्यान रहे कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सुप्रीम कोर्ट से लेकर छोटे-छोटे सब डिवीजन कोर्ट में भी किया जाता है. ताकि लोगों की समस्याओं का निष्पादन जल्द से जल्द हो सके.

भागलपुर: जिले में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. जिसमें हजारों की संख्या में लोग अपने विवाद को सुलझाने पहुंचे. इस दौरान कई लोगों के विवादों को सुलझाया गया. जिससे लोगों ने काफी राहत की सांस ली.

कर्जदार को मिली राहत
इस दौरान लोक अदालत में बैंक लोन, घरेलू विवाद, बिल भुगतान आदि मामलों को लेकर लोगों ने राष्ट्रीय लोक अदालत में मामला सुलझाने पहुंचे थे. कई लोगों के केस का निष्पादन किया गया. विवादों के निबटारा होने के बाद इसमें दुबारा अपील करने की सुविधा नहीं है. लोक अदालत में स्थानीय निवासी बैंक लोन का मामला लेकर पहुंचे. जिसका निष्पादन किया गया. इससे कर्जदार को काफी राहत मिली. कर्जदार का 50% कर्ज माफ कर दिया गया.

भागलपुर से ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

दस हजार से अधिक लोग पहुंचे
इस संबंध में जज और एडीजे विनोद कुमार तिवारी ने बताया कि इस लोक अदालत की पहल काफी अच्छी है. 10 हजार से अधिक लोग अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे. सबसे ज्यादा टेलीफोन विभाग के लंबित बिल भुगतान और पारिवारिक विवाद का केस आया. उन्होंने कहा कि इसमें दोनों पक्षकारों को बिठाकर मामले को सुलझाया गया. भागलपुर में इस साल तीसरी बार लोक अदालत का आयोजन किया गया.

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एडीजे विनोद कुमार तिवारी

जजों की संख्या से ज्यादा पेंडिंग केस
बता दें कि देश में जजों की संख्या से ज्यादा पेंडिंग केसेज हैं. जिसको लेकर न्यायालय की ओर से रविवार को लोक अदालत का आयोजन किया गया. ध्यान रहे कि राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सुप्रीम कोर्ट से लेकर छोटे-छोटे सब डिवीजन कोर्ट में भी किया जाता है. ताकि लोगों की समस्याओं का निष्पादन जल्द से जल्द हो सके.

Intro:bh_bgp_01_national_lok_adalat_me_aaye_hajron_log_avbbb_7202641

आज पूरे देश में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है जिसमें छोटे-मोटे वाद को सुलझाने के लिए न्यायिक व्यवस्था के द्वारा प्लेटफॉर्म दिया जाता है जिसमें विवाद सुलझ जाने के बाद मामले की दोबारा अपील नहीं हो सकती है पूरे देश में न्यायिक प्रक्रिया की बेहतरीन पहल के तौर पर लोग राष्ट्रीय लोक अदालत को देखते हैं राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया से लेकर छोटे तबके के सबडिवीजन न्यायालय में भी किया जाता है ताकि छोटे-मोटे बाद में उलझे लोगों की गाढ़ी कमाई का पैसा बेवजह केस मुकदमे में खर्च नहीं हूं ।


Body:पूरे देश में बढ़ते हुए छोटे-मोटे वाद को देखते हुए और न्यायाधीशों की संख्या की तुलना में केस की संख्या काफी ज्यादा होने की वजह से इस तरह की व्यवस्था न्यायालय के द्वारा की गई है भागलपुर में करीबन 10,000 से ज्यादा मामले आज आने की बात की जा रही हैं इसमें सबसे ज्यादा मामला बैंक के ऋण टेलिफोन बिल बिजली बिल इंश्योरेंस क्लेम एवं छोटे-मोटे घरेलू विवाद का है जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रबाल कुमार दत्ता ने बताया कि पूरे न्यायिक परिसर में 17 बेंच बनाए गए हैं जिसमें सभी मामलों का निष्पादन होना है अलग अलग मामले के लिए अलग-अलग बेंच बनाए गए हैं ।


Conclusion:भागलपुर के प्रभारी जिला जज एवं एडीजे वन विनोद कुमार तिवारी ने कहा की जो छोटे-मोटे मामले हैं उसके लिए काफी अच्छी पहल है राष्ट्रीय लोक अदालत जिसमें गरीब लोग या लंबे समय से चल रहा छोटा-मोटा विवाद खासकर टेलीफोन विभाग के द्वारा लंबित बिल का भुगतान बैंक का ऋण छोटे-मोटे परिवारिक विवाद जैसे मामले को त्वरित रूप से निष्पादन का प्रावधान है राष्ट्रीय लोक अदालत में दोनों पक्षकारों को सामने में बिठाकर दोनों की सहमति से वाद का निष्पादन किया जाता है भागलपुर में इस वर्ष का यह तीसरा लोक अदालत है और साथ ही साथ नवगछिया सबडिवीजन एवं खेल गांव सबडिवीजन में भी आज राष्ट्रीय लोक अदालत में कई सारे मामले निष्पादित किए जा रहे हैं ।

बाइट विनोद कुमार तिवारी प्रभारी जिला जज एवं एडीजे वन व्यवहार न्यायालय भागलपुर ब्लू शर्ट में
बाइट प्रवाल कुमार दत्ता सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार भागलपुर पर्पल शर्ट में
बाइट अजय बिहारी सिंह बैंक का ऋणी गले में गमछा लपेटे
बाइट नेहा सागर बैंक पदाधिकारी
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