भागलपुरः भागलपुर के ततारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक में तीन मार्च की रात करीब 11.30 बजे हुए भीषण धमाके (Bhagalpur Blast Case) में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार को बिहार सरकार के मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन भागलपुर पहुंचे (Minister Shahnawaz Hussain On Bhagalpur Blast case). वे पहले घटनास्थल काजवलीचक गए. वहां पीड़ित परिवार से मिले. उनलोगों के रहने और खाने की व्यवस्था फिलहाल पार्टी स्तर से करने की बात कही है. इसके बाद उन्होंन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों से बातचीत की.
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अस्पताल में जख्मी से भी मिलेः घटनास्थल के बाद सैयद शाहनवाज हुसैन भागलपुर के जेएलएनएम अस्पताल मायागंज गए. ब्लास्ट में गंभीर रूप से घायल लोगों के चिकित्सा संबंधी बात भी की. उन्होंने कहा कि अगर बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाने की जरूरत होगी तो जरूर मौजूद रहूंगा. उन्होंने कहा कि पीएम ने सीएम से बात भी की है और हरसंभव मदद की बात की है. लेकिन बारूदी धमाके में इंटेलिजेंस फेल होने के सवाल पर उनका जवाब था कि जांच शुरू कर दी गई है.
एटीएस ने एकत्रित किया नमूना: विस्फोट की रात ही एटीएस की विशेष टीम पटना से भागलपुर पहुंच गयी थी. शनिवार की सुबह टीम जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंची. टीम ने जमींदोज हुए मकान के मलबे को बारीकी से देखा (ATS investigation in Bhagalpur blast) और वहां मौजूद लोगों से बात की. इस टीम ने घटनास्थल का मुआयना कर जांच के लिए नमूने एकत्रित किये. इसके साथ यह टीम विस्फोट के संबंध में जरूरी जांच में जुट गयी है. टीम के अधिकारी धमाके में इस्तेमाल विस्फोटक के स्त्रोत, तस्करी आदि की गंभीरता से जांच कर रहे हैं. लगभग तीन घंटे की जांच के बाद टीम वहां से रवाना हो गयी. एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक मलबा पूरी तरह से हटाने के बाद रविवार को फिर से जांच के लिए टीम घटनास्थल पर आयेगी. अधिकारी ने बताया कि जांच रिपोर्ट विभाग को सौंप दी जायेगी.
मो. आजाद की तलाश तेज: इस विस्फोट कांड के मुख्य आरोपी मो. आजाद की तलाश तेज कर दी गयी है. पुलिस उसे दबोचने के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है. इस काम भागलपुर पुलिस की विशेष टीम को लगाया गया है. एसएसपी बाबूराम ने दावा किया कि जल्द ही उसकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी. एसएसपी ने ततारपुर थानाध्यक्ष की लापरवाही स्वीकारी है. उन्होंने कहा कि इस मामले में थानाध्यक्ष की लापरवाही स्पष्ट है.
जांच में मिले हैं कई सबूतः आपको बताएं कि एसडीपीओ सिटी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमें एसएचओ मुजाहिदपुर, हबीबपुर, सबोर, जोकसर एसआई सुनील झा एवं अन्य लोगों को शामिल किया गया है. एसआईटी वैज्ञानिक अनुसंधान से यह पता लगाने की कोशिश करेगी कि आखिर इतना बड़ा विस्फोट क्यों हुआ. यह जानना अहम है कि मौके पर से जांच के दौरान कई ऐसे सबूत मिले हैं, जो किसी भारी बम बनाने की तरफ इशारा कर रहे हैं. बारूद के अंश, भारी मात्रा में कीलों का मिलना यह चीख-चीखकर कह रहा है कि वहां घातक बम बनाए जा रहे होंगे. जांच के दौरान काफी केमिकलों की भी बरामदगी की बात सामने आ रही है. धमाके के मलबे को जहां फेंका गया ता, वहां पर एसआईटी ने जांच की. जांच में सुतली भी बरामद की गई.
मौके पर से मिले हैं कील और केमिकलः जानकारों के मुताबिक घातक बम बनाने में कील और केमिकल का इस्तेमाल होता है. कील, केमिकल और सुतली मिलना केवल पटाखा बनाने की तरफ इशारा नहीं करता है. बल्कि बताता है कि अपराधियों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले घातक बम यहां बनाए जा रहे होंगे. जानकारी के लिए बता दें कि डीजीपी ने भी प्रेस कांफ्रेंस में केमिकल मिलने की बात की थी और शनिवार को सुतली भी मिला. शक की सूई घातक बम बनाने की तरफ इसलिए इशारा करवा रही है क्योंकि जहां धमाका हुआ वहां अवैध रूप से पटाखा बनाया जा रहा था.
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