भागलपुर: समाज कल्याण विभाग के मंत्री रामसेवक सिंह ने बड़ा बयान दिया है. मंत्री ने कहा कि राज्य भर में चल रहे बालिका गृह की गड़बड़ी की जांच विभाग ने शुरू में ही करवाई थी. जिसमें गड़बड़ी होने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद यह केस सीबीआई को सौंपा गया था. उन्होंने कहा कि पूरी जांच-पड़ताल में जो भी लोग शामिल होंगे. उनपर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि न्यायालय का जो फैसला होगा, मैं उसका स्वागत करता हूं.
'अधिकारी या नेता हो उस पर होगी कार्रवाई'
मंत्री रामसेवक सिंह अपने एक दिवसीय दौरे पर भागलपुर पहुंचे थे. जहां उन्होंने प्रेस वार्ता की बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में सीबीआई ने जिस भी अधिकारी नेता के ऊपर आरोप पत्र दाखिल किया है. उसके ऊपर कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि बालिका गृह की जांच विभाग की ओर से ही कराया गया था. इसमे कुछ गड़बड़ियां पाई गई थी. इसका उद्भेदन करने के लिए विभाग ने सीबीआई के सुपुर्द किया था. उन्होंने कहा कि सीबीआई ने जिसके ऊपर आरोप पत्र दाखिल किए हैं. चाहे वह कोई भी अधिकारी या नेता हो उस पर कार्रवाई की जाएगी. न्यायालय कार्रवाई करेगा उसमें विभाग हस्तक्षेप नहीं करेगा.
पूरा मामला
बता दें कि सीबीआई ने बिहार के 17 बालिका गृह की जांच पूरी की है. सीबीआई ने 71 अफसरों पर कार्रवाई की सिफारिश की है. गौरतलब है कि 2018 में बालिका गृह में बच्चियों से अत्याचार का खुलासा सोशल ऑडिट से हुआ था. इस साल केस भी दर्ज किया गया था. जिसके बाद 17 शेल्टर होम्स में बच्चों के यौन शोषण और प्रताड़ना के मामले में राज्य के अधिकारियों की लापरवाही पाई गई थी. जांच एजेंसी ने 25 डीएम और 46 अन्य सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्य कार्रवाई की अनुशंसा की है. वहीं, बिहार के 52 अन्य लोगों और एनजीओ को तत्काल प्रभाव से ब्लैक लिस्ट करने और उनका रजिस्ट्रेशन रद्द करने की अनुशंसा की है.