भागलपुर: लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों का अपने राज्य में आने का सिलसिला जारी है. ट्रकों में भरकर मजदूर महाराष्ट्र बंगाल की ओर से आ रहे हैं. इसी दौरान रविवार को सुबह महाराष्ट्र के पुणे और नासिक से ट्रक में सवार होकर बांका और दुमका जाते प्रवासी मजदूर दिखाइए दिए. मजदूरों ने पूछताछ में बताया कि वे सभी महाराष्ट्र से ट्रक को बुक करके आये हैं.
ट्रक बुक महाराष्ट्र से लौटे प्रवासी मजदूर
मजदूरों ने बताया कि एक व्यक्ति का चार हजार किराया लिया गया है. ट्रक में 60 से 70 लोग सवार थे. उन्होंने कहा कि वे अब कभी घर छोड़कर दूसरे राज्य नहीं जाएंगे. कुछ भी होगा घर पर ही रहेंगे. यही पर रहकर अपने परिवार के पाल-पोषण के लिए काम करेंगे. वहीं, जब ट्रक भागलपुर पहुंची तो पहले जीरो माइल चेकपोस्ट पर रोका गया. इसके बाद वहां से ट्रक को मुस्लिम हाई स्कूल में बनाए गए वाहन कोषांग में सभी की जांच कराने की बात कही गई. जिसके बाद सभी लोगों को वाहन कोषांग लाया गया. जहां सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की गई. वाहन कोषांग में सभी मजदूरों ने भोजन किया.
मजदूरों को भेजा जा रहा वाहन कोषांग
भागलपुर में दो वाहन कोषांग बनाए गए हैं एक मुस्लिम हाई स्कूल ततारपुर और दूसरा राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज बरारी में है. भागलपुर के सभी चेक पोस्टों पर विशेष निगरानी और हर आने-जाने वाले की जांच की जा रही है. जो प्रवासी पैदल या साइकिल से आ रहे हैं. उन सभी लोगों को वाहन कोषांग भेज दिया जा रहा है. वाहन कोषांग में आने वाले हर व्यक्ति का डेटा संग्रह भी किया जा रहा है. सभी प्रवासियों को जिला प्रशासन की ओर से नाश्ता और भोजन भी उपलब्ध करावाकर उनके गृह जिले की ओर रवाना कर दिया जा रहा है.