भागलपुर: बिहार के भागलपुर में आग ने गुरुवार को भारी तबाही मचाई. भागलपुर के लैलख स्टेशन के पास अचानक लगी आग ने करीब एक दर्जन घर और दुकानों को अपनी चपेट (Many shops and houses burnt due to fire) में ले लिया. इसके भीषण आग से लाखों के सामान जलकर राख हो गए. आसपास जो भी चीजें थी, सब की सब आग की जद में आने से जलकर खाक हो गई. एक बोलेरो भी आग की भेंट चढ़ गई. लोगों ने बताया कि शाॅर्ट सर्किट के कारण आग लगने की आशंका है. काफी तेजी से आग फैली और अचानक भयावह रूप धारण कर लिया. यह घटना घोघा थाना क्षेत्र लैलख स्टेशन के पास की है.
ये भी पढ़ेंः Fire In Patna: सिलेंडर ब्लास्ट से धू-धू कर जली सैकड़ों झोपड़पट्टी, मची अफरातफरी
आग लगने के दौरान दो गैस सिलेंडर ब्लास्टः प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगने के दौरान दो गैस सिलेंडर भी ब्लास्ट हुआ. चूंकि वहां पर मिठाईयों की भी दुकान है. इस कारण आग की जद में वो दुकानें भी आ गईं और सिलेंडर में आग पकड़ने से वह ब्लास्ट कर गया. सिलेंडर विस्फोट से भी आग और ज्यादा भड़क गई और इसका दायरा बढ़ता चला गया. करीब दर्जन भर घर आग की चपेट में आकर राख हो गए. लोगों को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. जबतक फायर ब्रिगेड की टीम वहां पहुंची, तबतक सबकुछ जल गया था. घंटों लैलख स्टेशन के पास आग धधकती रही.
स्टेशन से 30 मीटर की दूरी पर लगी थी आगः लैलख स्टेशन से महज 30 मीटर की दूरी पर दुकानों में आग लग गई थी. आग इतनी भयावह थी कि अगर समय रहते इस पर काबू नहीं पाया जाता तो यह स्टेशन को भी अपने जद में ले लेती. आग के भयावह रूप को देखकर कोई इसे बुझाने के लिए पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था. लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन गाड़ी समय पर नहीं आ सकी. लोगों का कहना है कि समय पर दमकल आ जाती तो इतना नुकसान नहीं होता.
स्टेशन के पास लगने वाले दर्जनों दुकान राखः अग्नि पीड़ित सलीता देवी ने कहा कि 10-15 दुकान और घर जल गए. आग इतनी तेज थी कि कोई उसे बुझाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया. देखते-देखते सबकुछ जलकर राख हो गया. मेरा किराना का दुकान था वह भी जल गया. वहीं एक और दुकानदार पप्पू मंडल ने कहा कि मेरी मिठाई की दुकान थी. आग लगने के बाद वह इतनी तेजी से फैली की बुझाने का मौका नहीं मिल सका, बस किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग गए.
"10-15 दुकान और घर जल गए. आग इतनी तेज थी कि कोई उसे बुझाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया. देखते-देखते सबकुछ जलकर राख हो गया. मेरा किराना का दुकान था वह भी जल गया" - सलीता देवा, अग्नि पीड़ित