भागलपुर: केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का इन दिनों अपने प्रचार-प्रसार के आभाव से जूझ रहा है. योजना का प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण जिले के कई गरीब परिवार इसका लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. ग्रामीण मुखिया और आशा वर्कर का चक्कर काट रहे हैं. जिससे उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
लाभ के लिए भटक रहे लोग
भागलपुर के कहलगांव अनुमंडल के मदारगंज पंचायत के लोग आयुष्मान भारत योजना का लाभ लेने के लिए भटक रहे हैं. दरअसल, लोगों के घर में आयुष्मान भारत योजना का कार्ड तो बन गया है. लेकिन, इसका लाभ उठाने में अभी तक सफल नहीं हो पाए हैं. कारण है कि उनके पास इस योजना से संबंधित कोई जानकारी नहीं पहुंच रही है.
कार्ड का नहीं हो रहा उपयोग
कार्ड लाभार्थी रेनू देवी ने बताती हैं कि गांव में सबसे पहले कार्ड उन्हें मिला है. उनके 6 बच्चे हैं और उनके पति को पैरालिसिस है. लेकिन इस कार्ड का कहां उपयोग करें इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. उन्होंने बताया कि वह अस्पतालों में भटकती रहती हैं. लेकिन, वह इस कार्ड का उपयोग नहीं कर पा रही है. उनका आरोप है कि अस्पताल में कार्ड का लाभ उठाने की जानकारी उन्हें हीं मिल रही है.
अस्पताल में भी नहीं मिली मदद
वहीं, पैरालिसिस का शिकार ग्रामीण मदन दास ने बताया कि उन्हें कार्ड मिले 2 महीना हो गया है. लेकिन, इस कार्ड को कहां लेकर जाए इसकी जानकारी किसी ने नहीं दी है. अस्पताल में जाने के बाद भी उन्हें दर-दर की ठोकरे खाना पड़ रही है. अस्पताल में भी किसी ने उनकी सहायता नहीं की. वह घर के पैसे से अपना इलाज करा रहे हैं.
निजी खर्च से हो रहा है काम
गांव के ही लोगों का यह भी कहना है कि आशा वर्कर कार्ड तो दे दी लेकिन इसके बारे में किसी ने समझाया नहीं है. इस बाबत ग्रामीण संजू देवी ने कहती हैं कि आशा मैडम घर पर आई थी और कार्ड देकर चली गई. उनका कहना है कि जब उन्होंने कार्ड संबंधित जानकारी मांगी तो बाद में बताने की बात कहकर चली गई. संजू देवी ने कहा कि उनका बेटा और बेटी दोनों बीमार है. लेकिन, इलाज के लिए निजी खर्च से ही करना पड़ रहा है.
विधायक ने क्या कहा ?
इस संबंध में ईटीवी भारत संवाददाता ने क्षेत्रिय विधायक सदानंद सिंह से बात की. सदानंद सिंह ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार की बहुत ही लाभकारी योजना है. इस योजना से अब तक इस क्षेत्र में करीब 40 कैंसर रोगियों का इलाज हुआ है. उन्होंने कहा कि इस योजना को लोगों तक पहुंचाने के लिए वह क्षेत्र के पदाधिकारी से तलब करेंगे और इस योजना के प्रचार-प्रसार पर जोर देंगे. ताकि हर लोग को लाभ उठा सके.
मुखिया ने क्या दी जानकारी ?
क्षेत्र के मुखिया ने कहा कि इस योजना के बारे में उन्हें भी सटीक जानकारी नहीं है. आयुष्मान भारत योजना से लाभव कैसे उठाना है, इसके बारे में उन्हें किसी ने नहीं बताया है. गांव के मुखिया का कहना है कि इस योजना को लेकर कौन अधिकारी आया है या नहीं आया है. इसकी भी जानकारी उनके पास नहीं है.
25 सितंबर को शुरू हुई थी योजना
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जयंती पर इस योजना की शुरुआत की थी. इस योजना को जन आरोग्य के भी नाम से जानते हैं. इस योजना के तहत हर साल गरीब परिवार पांच लाख का स्वास्थ्य सुरक्षा कवर दिया जाता है. लेकिन, लोगों का ऐसा मानना है कि इस योजना का प्रचार नहीं होने से इसकी जानकारी लोगों तक नहीं पहुंच रही है.