भागलपुरः जिले की प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किनी ने भागलपुर के राजनेता जनप्रतिनिधि और आम जनता सहित पत्रकारों के ऊपर सैंडिस कंपाउंड में चल रहे स्मार्ट सिटी योजना के काम में बाधा डालने का आरोप लगाया था. साथ ही उन्होंने सोमवार को प्रेस वार्ता में सब पर एफआईआर कराने की बात कही थी. इले लेकर अब कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता सह भागलपुर विधायक अजीत शर्मा ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से निगरानी अन्वेषण ब्यूरो और स्वतंत्र सक्षम एजेंसी से सैंडिस कंपाउंड में चल रहे कार्यों की जांच को लेकर पत्र लिखा है.
'प्रमंडलीय आयुक्त को प्रोटोकॉल में रहकर करनी चाहिए थी बात'
भागलपुर विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि प्रमंडलीय आयुक्त को प्रोटोकॉल में रहकर बात करनी चाहिए. उन्हें यह पता होना चाहिए कि वो किसके बारे में बोल रही हैं. आरोप लगाने से पहले उन्हें जांच कर लेनी चाहिए.
"प्रमंडलीय आयुक्त को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो सदन में उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जाएगी. प्रमंडलीय आयुक्त ने जिस तरह से ठेका कंपनी के प्रति उन्होंने अपना व्यवहार व्यक्त किया है , उससे जाहिर होता है कि कहीं न कहीं वे ठेका कंपनी से प्रभावित हैं."- अजीत शर्मा, विधायक, भागलपुर
'कार्य की गुणवत्ता में पाई गई कमी'
विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई से सैंडिस कंपाउंड में स्मार्ट सिटी योजना के तहत काम हो रहा है. जनता को काम में हो रही गड़बड़ी के बारे में जानने का पूरा हक है. जनता से मिल रही शिकायत के बाद भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज की टीम ने जांच पड़ताल की थी, जिसमें कार्य की गुणवत्ता में कमी पाई गई. जांच के बाद टीम ने कार्य में हो रहे मटेरियल के प्रयोग की गुणवत्ता पर सवाल कर खड़े करते हुए रिपोर्ट सौंपा है.
काला बिल्ला लगाकर पत्रकारों ने किया प्रदर्शन
प्रमंडलीय आयुक्त के अमर्यादित टिप्पणी करने पर भागलपुर में पत्रकारों ने काला बिल्ला लगाकर सांकेतिक रूप से एक दिवसीय प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने प्रमंडलीय आयुक्त से अमर्यादित भाषा के लिए माफी मांगने की मांग की. पत्रकारों ने प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. बता दें कि सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त ने स्मार्ट सिटी परियोजना को लेकर अपने सभागार में प्रेस वार्ता बुलाई थी. इस दौरान आयुक्त ने सवाल पूछे जाने पर पत्रकारों को खरी खोटी सुनाई थी.