भागलपुर: भागलपुर में आयकर विभाग की टीम ने नल जल योजना से संबंधित दो ठेकेदार भाइयों के आवास पर छापेमारी की है. जिसमें 50 लाख से अधिक कैश बरामद किया है, जबकि करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति का भी पता चला है. आयकर विभाग के अधिकारी ने बताया कि कार्रवाई तब तक चलती रहेगी जब तक बरामद सभी संपत्ति के दस्तावेज का हिसाब किताब का मिलान नहीं हो जाता.
उड़ान इंस्टिट्यूट में की गई छापेमारी
आयकर विभाग की टीम गुरुवार सुबह से ही दोनों ठेकेदार भाइयों ललन कुमार और सुमन कुमार के भागलपुर में अलग-अलग घरों पर छापेमारी की. खबर लिखे जाने तक छापेमारी जारी थी. आयकर विभाग ने शहर के जोगसर थाना क्षेत्र के राधारानी सिंहा रोड और सेंट टेरेसा स्कूल गली में बने उड़ान इंस्टिट्यूट में छापेमारी की. छापेमारी टीम में पटना, धनबाद, जमशेदपुर शामिल हैं, जबकि भागलपुर आयकर मुख्यालय की टीम सहयोग कर रही है.
50 लाख कैश जब्त, करोड़ों का खुलासा
दोनों भाइयों के संयुक्त नाम से लोटस कंस्ट्रक्शन कंपनी रजिस्टर्ड है और घर में ही कार्यालय खोल रखा था. साथ ही एक शिक्षण संस्थान भी उसी बिल्डिंग में संचालित करता था इसके अलावा दोनों भाइयों ने शहर में कई अपार्टमेंट में करोड़ों का निवेश भी किया हुआ है. जांच टीम दोनों भाइयों के कार्यालय में मिले दस्तावेजों की जांच कर रही है. आयकर अधिकारियों ने दोनों भाइयों द्वारा पिछले 5 सालों में दाखिल आयकर रिटर्न के आधार पर संपत्ति का आकलन भी किया है. अधिकारियों के मुताबिक आवास पर 50 लाख रुपये कैश जब्त किया गया है. साथ ही करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है. जिसकी जांच की रही है.
5 ठिकानों पर सर्च अभियान
आयकर विभाग की टीम ने पटना में गाणाधिपति कंस्ट्रक्शन के मालिक जनार्दन प्रसाद के 5 ठिकानों पर भी सर्च किया है. सूत्रों की मानें तो फ्रेजर रोड, दीघा, कदम कुआं, हनुमान नगर स्थित दफ्तर आवास और फैक्ट्री पर काफी नगदी और करोड़ों के लेनदेन और संपत्ति के कागज मिले हैं. बताया जा रहा है कि राधारानी सिंहा रोड स्थित दोनों ठेकेदार भाइयों के घर में 6 परिवार मौजूद है. किसी को घर से ना बाहर निकलने दिया जा रहा है और ना ही किसी को अंदर आने दिया जा रहा है.
नल जल योजना में घोटाला
जिन दो ठेकेदारों के आवास पर छापेमारी की जा रही है. वह दोनों भाई बिहार सरकार की नल जल योजना के ठेकेदार हैं. आयकर के अधिकारियों के मुताबिक 50 लाख रुपये कैश के अलावे करोड़ों की संपत्ति का पता चला है. जिसके बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि दोनों भाइयों ने सरकार की योजना में घोटाला कर संपत्ति अर्जित की है.
...तो क्या विपक्ष का आरोप सही है?
नल जल योजना के ठेकेदारों के आवास पर छापेमारी और करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा होने के बाद अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या विपक्ष का आरोप सही है. दरअसल चुनाव की घोषणा के बाद एनडीए के अलग हुए चिराग पासवान लगातार चुनावी सभाओं से नीतीश कुमार पर आरोप लगाते रहे हैं. चिराग पासवान ने चुनावी सभा में दावा तक किया है कि नल जल योजना में बड़े तौर पर घोटाला हुआ है. और इसके लिए सीएम नीतीश कुमार ही जिम्मेदार हैं. अब चिराग पासवान की कही गई बातें कहीं ना कहीं सच साबित हो रही है.
नल जल योजना की शुरूआत से लेकर अब तक नीतीश कुमार लगातार इस योजना की तारीफ करते रहे हैं. विपक्ष के आरोपों पर नीतीश कुमार ने कहा था कि कुछ लोग बेवजह आरोप लगाते हैं. ठेकेदारों के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति का खुलासा हुआ है. अब नीतीश कुमार चुनावी सभा से क्या बोलेंगे कहना मुश्किल है लेकिन इतना तो साफ है कि इसे लेकर अब आरोपों की राजनीति तेज होने वाली है.