भागलपुर: बिहपुर के शहद की मिठास अब देश ही नहीं विदेशों तक पहुंचेगी. जिला प्रशासन ने जिला नवप्रवर्तन योजना के अंतर्गत उद्योग विभाग की ओर से जिले के बिहपुर प्रखंड में हनी प्रोसेसिंग यूनिट लगाएगा. प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित किसान भवन में 7 दिन के अंदर हनी प्रोसेसिंग यूनिट लगने का काम शुरू किया जाएगा. जिसमें हनी के कच्चे माल को प्रोसेसिंग कर तैयार किया जाएगा.
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दिया गया मशीन का ऑर्डर
विभाग द्वारा हनी प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की स्वीकृति मिलने के बाद मशीन का आर्डर हरियाणा की एक कंपनी को दिया गया है. सप्ताह भर के अंदर मशीन भागलपुर पहुंच जाएगी. जिसके बाद प्लांट लगने का काम शुरू होगा.
हनी प्रोसेसिंग प्लांट
प्लांट में 27 मजदूरों के पांच समूह काम करेंगे. एक समूह में 19 प्रवासी मजदूर शामिल हैं, जिससे पलायन भी रुकेगा. वर्तमान में बिहपुर प्रखंड के मधुमक्खी पालक द्वारा कच्चा माल बिहार से बाहर के ड्रग कंपनी को 60 से 70 रूपये प्रति किलो बेचा जा रहा है. हनी प्रोसेसिंग होने के बाद किसानों की आय दो से तीन गुना बढ़ जाएगी. प्रोसेसिंग करने के बाद 1 किलो हनी की कीमत 300 रूपये मिलेगी.
'भागलपुर में पहले से हनी प्रोसेसिंग प्लांट था, लेकिन गंगा के उस पार के मधुमक्खी पालक को सबौर आकर प्रोसेसिंग कराने में काफी परेशानी हो रही थी. जिस वजह से वहां के मधुमक्खी पालक 60 से 70 रुपये किलो ही कच्चा मधु बेच दे रहे थे. अब जिला प्रशासन द्वारा जिला नवप्रवर्तन योजना के अंतर्गत पांच समूह का चयन किया गया है. जिसमें से बिहपुर के प्रखंड कार्यालय में हनी प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की योजना पर काम शुरू हो गया है. संजय चौधरी मधुमक्खी पालन करते हुए सालाना 5 करोड़ कमा रहे हैं.'- रामशरण राम, महाप्रबंधक, उद्योग विभाग,भागलपुर
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मधुमक्खी पालकों की बदलेगी तकदीर
एक हनी प्रोसेसिंग प्लांट लगाने में 10 लाख रुपए का खर्च है. इस यूनिट के लग जाने के बाद एक बार में 500 किलो तक हनी की प्रोसेसिंग की जाएगी. प्रोसेसिंग की प्रक्रिया दो दिनों तक चलती है. सामान्य हनी जहां 3 महीने के अंदर खराब हो जाता है वही प्रोसेसिंग की गई हनी अधिक दिनों तक अच्छा रहता है. उद्योग विभाग के महाप्रबंधक रामचरण राम की मानें तो मधुमक्खी पालक का अभी सलाना 5 करोड़ का टर्नओवर है. एक तरफ मधुमक्खी पालकों की आय दोगुनी होगी तो वहीं लोगों काे स्वरोजगार भी मिलेगा.