भागलपुर: तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय गांधी अध्ययन समिति का 42वां तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हो चुका है. 18 से 20 नवंबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय अधिवेशन का उद्घाटन पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा और कुलपति प्रो. अवध किशोर राय ने संयुक्त रूप से किया. विवि के कॉमन रुम में सुबह 10 बजे अधिवेशन का उद्घाटन कार्यक्रम हुआ.
'गांधी के विचार से होगा लोकतंत्र का बचाव'
पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा ने पहले भागलपुर विवि को इस कार्यक्रम पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि गांधी आज भी प्रासंगिक हैं. आज के दौर में आतंकवाद और हिंसा ही चरम पर है. ऐसे में गांधी के विचार ही बाहर निकलने का एक मात्र रास्ता है. मंत्री विनोद झा ने ये भी कहा कि गांधी जी के विचार को सभी राजनीतिक पार्टियों को अपना चाहिए, तभी देश में लोकतंत्र बचा रहेगा.
तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन
बता दें कि स्नातकोत्तर गांधी विचार विभाग इस राष्ट्रीय अधिवेशन की मेजबानी कर रहा है. विभाग के अध्यक्ष सह अधिवेशन के आयोजन सचिव डॉ. विजय कुमार के नेतृत्व में अधिवेशन की तैयारियां की गई है. वहीं, तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का मुख्य अतिथि गांधी विचारक पूर्व सांसद और पूर्व कुलपति डॉ. रामजी सिंह को बनाया गया है. उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता भारतीय गांधी अध्ययन समिति की अध्यक्ष डॉ. शीला राय ने किया.